दुनिया भर में बढ़ता जा रहा कोरोना का खौफ आज हर एक इंसान के लिए आफत बनता जा रहा है. और लोगों को इस बात के लिए परेशानी का सामना भी करना पड़ रहा है . वहीं इस वायरस ने अब तक कई लोगों की जान ले चुका है. और अब भी इससे कोई खास निजात नहीं पाया जा सका है. वहीं विश्व बैडमिंटन महासंघ (BWF) ने कहा कि कोविड-19 महामारी के खतरे के बावजूद ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप आयोजित करवाने के फैसले को लेकर कुछ खिलाड़ियों का उनकी नीयत पर सवाल उठाना निराशाजनक है.
BWF का COVID-19 के बावजूद इस सुपर 1000 टूर्नामेंट का आयोजन करना कुछ खिलाड़ियों को नागवार गुजरा और उन्होंने विश्व बैडमिंटन संस्था की कड़ी आलोचना की थी. इनमें भारतीय शटलर साइना नेहवाल भी थीं.
जानकारी के लिए हम बता दें कि खिलाड़ियों ने बीडब्ल्यूएफ की इस घातक बीमारी से हल्के से लेने और टूर्नामेंट जारी रखकर उनकी जान खतरे में डालने के लिए आलोचना की थी. बीडब्ल्यूएफ के महासचिव थामस ने एक खुले पत्र में कहा कि ऑल इंग्लैंड चैंपियनशिप का आयोजन करने का फैसला उस समय मिली सलाह के आधार पर किया गया. उन्होंने लिखा, ‘यह निराशाजनक है कि बैडमिंटन समुदाय के कुछ सदस्यों ने संकट के इस समय में बीडब्ल्यूएफ की नीयत को लेकर अटकल लगाई. हमारी हमेशा पहली चिंता भागीदारों का स्वास्थ्य और सुरक्षा रही है.’
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