बुराड़ी कांड: अज्ञात खत से आया नया मोड़, बीड़ी वाले बाबा का जिक्र
बुराड़ी कांड: अज्ञात खत से आया नया मोड़, बीड़ी वाले बाबा का जिक्र
Share:

बुराड़ी में हुई एक साथ 11 मौतों ने देश को हिलाकर रख दिया और ये कांड अभी भी मिस्त्री बना हुआ है. अब मंगलवार को पुलिस को एक अज्ञात शख्स का खत मिला जिसमे कुछ नए दावे किये गए है.  चिट्ठी पुलिस कमिश्नर के नाम लिखी गई और इसमें भाटिया परिवार और एक तांत्रिक के बीच संबंधो की बात कही  गई है. जबकि पुलिस अपनी जाँच में ऐसी किसी बात से साफ इंकार कर चुकी है.इस चिट्ठी ने बुराड़ी कांड में नया खुलासा किया है. चिट्ठी 3 जुलाई को लिखी गई है. चिट्ठी में लिखा है कि बुराड़ी में जिस परिवार के 11 लोगों ने धार्मिक अंधविश्वास में फंसकर मोक्ष पाने की कामने से सामूहिक आत्महत्या की, वह दिल्ली के ही किसी बाबा के संपर्क में था. 

अनाम चिट्ठी में किसी बीड़ी वाले बाबा का नाम लिख कर दावा किया गया है कि बुराड़ी के भाटिया परिवार का इस तांत्रिक के पास आना जाना था. चिट्ठी में बताया गया है कि दिल्ली के कराला में रहने वाले इस तांत्रिक का असली नाम चंद्रप्रकाश पाठक है. दरअसल चंद्रप्रकाश पाठक नाम का यह तांत्रिक कराला इलाके में बीड़ी वाले बाबा और दाढ़ी वाले बाबा के नाम से प्रसिद्ध है. चिट्ठी के मुताबिक, बीड़ी वाले बाबा अपने आप को हनुमान का भक्त कहता है और शाम 6 बजे तक झाड़ फूंक करता है.

इस बाबा की पत्नी भी तांत्रिक है. चिठ्ठी लिखने वाले शख्स ने दावा किया है कि बुराड़ी में भाटिया परिवार के जिन 11 सदस्यों की मौत हुई है उनमें से कई लोगो को इसने बाबा के पास जाते हुए देखा है. चिठ्ठी में पुलिस से बाबा का हाथ होने की बात के साथ इसकी जांच की गुजारिश भी है. अभी तक पुलिस ने सीसीटीवी फुटेज, रजिस्टर, परिजन और हर एंगल से जांच के बाद ऐसी किसी बात से इंकार करते हुए इसे धर्मांधता में मोक्ष पाने की कामना से की गई खुदकुशी करार दिया है. 

बुराड़ी डेथ मिस्ट्री: फिर एक अनजान खत से हुआ बड़ा खुलासा

बुराड़ी कांड में पुलिस ने किये अब ये खुलासे

बुराड़ी केस: क्यों श्मशान घाट के चक्कर लगाता था ललित

 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -