आप सभी को बता दें कि हिन्दी पंचांग के अनुसार गुरुवार, 7 मई को वैशाख मास की अंतिम तिथि पूर्णिमा है. जी हाँ और इसके बाद 8 मई से ज्येष्ठ मास शुरू हो जाएगा. जी दरअसल इस तिथि पर भगवान बुद्ध की जयंती भी मनाई जाती है. ऐसे में पूर्णिमा तिथि पर विशेष पूजा-पाठ अन्य धार्मिक कर्म करने की परंपरा है. तो आज हम आपको बताने जा रहे हैं वैशाख पूर्णिमा पर महात्मा बुद्ध की कुछ सबसे प्रमुख प्रेरणादायी उपदेश, जिन्हे अगर आप अपने जीवन में उतार लेंगे तो आपका कल्याण हो जाएगा.
1- बूंद से बूंद पानी का घड़ा भरता है, इसी तरह, बुद्धिमान व्यक्ति थोड़ा-थोड़ा इकट्ठा करके खुद को अच्छाई से भर देता है.
2- जो कुछ भी तुम्हारा नहीं है, उसे जाने दो, ऐसा करके तुम्हे लंबी खुशी और लाभ ही प्राप्त होगा.
3- क्रोध को पाले रखना गर्म कोयले को किसी अन्य पर फेंकने की नीयत से पकड़े रहने के सामान है, इसमें आप ही जलते हैं.
4- आपके पास जो कुछ भी है है उसे बढ़ा-चढ़ा कर मत बताइए और ना ही दूसरों से ईर्ष्या कीजिए. जो दूसरों से ईर्ष्या करता है उसे मन की शांति कभी नहीं मिलती.
5- वह जो पचास लोगों से प्रेम करता है उसके पास पचास संकट हैं, वो जो किसी से प्रेम नहीं करता उसके लिए एक भी संकट नहीं है.
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