लंदन। यूरोप में शरणार्थी संकट लगातार बढ़ता ही जा रहा है। इस पर अब ब्रिटेन भी शरणार्थियों की सहायता के लिए सामने आया है। ब्रिटेन अब विदेशी सहायता बजट के कुछ हिस्से को सीरिया से आने वाले शरणार्थियों की सहायता के लिए उपयोग करेगा। वित्त मंत्री जॉर्ज ऑस्बोर्न ने रविवार को कहा कि इस राशि से वह सीरिया के कैंप से सीधे आने वाले लगभग 15 हजार शरणार्थियों के रहने आदि की व्यवस्था करेगा।
ऑस्बोर्न ने बताया कि यह राशि जीडीपी के 0.7 प्रतिशत के बराबर होगी जिससे स्थानीय अधिकारियों को शरणार्थियों के लिए सुविधा जुटाने में मदद मिलेगी। शुक्रवार को ब्रिटेन के प्रधानमंत्री डेविड कैमरन ने कहा था कि वह हजारों सीरियाई शरणार्थियों के स्वागत के लिए तैयार है। कैमरन पर तुर्की के तट पर मृत मिले 3 वर्षीय सीरियाई मासूम आयलन की तस्वीरें जब सामने आई तो सभी को स्तब्ध कर दिया इसके बाद शरणार्थियों की मदद को लेकर बहुत दबाव था।
अन्य देशों से कम संख्या देखा जाए तो ब्रिटेन आने वाले शरणार्थियों की संख्या अन्य देशों की तुलना में काफी कम है। जर्मनी में इस 8 आठ लाख शरणार्थियों के आने की उम्मीद है। इधर, ऑस्ट्रेलिया के प्रधानमंत्री टोनी एबॉट ने रविवार को ऐलान किया की उनका देश युद्धग्रस्त सीरिया से और ज्यादा शरणार्थियों को स्वीकार करने के लिए तैयार है। एबॉट पर भी सीरियाई मासूम एलन की तस्वीरें सामने आने के बाद शरणार्थियों की मदद को लेकर दबाव था। एबॉट ने कहा की जब उन्होए आयलन की तस्वीरे देखि तो वह खुद को स्तब्ध महसूस करने लगे। जब से आयलन की तस्वीर आई है तब ही से पूरी दुनिया में शरणार्थियों को लेकर बवाल मचा है