नई दिल्ली : भारतीय रिजर्व बैंक के नए गवर्नर उर्जित पटेल का मानना है कि ब्रिटेन के ईयू से अलग होने, अमेरिकी चुनाव और यूरोप के नए राजनीतिक तालमेल से जुड़े वैश्विक राजनीतिक घटनाक्रम से ब्रिक्स देशों के समक्ष जोखिम पैदा करने के साथ-साथ उनकी नीतियां भी प्रभावित हो सकती है. पटेल ने यह बात निवेश प्रवाह पर गुरुवार को आयोजित ब्रिक्स संगोष्ठी में कही.
ब्रिक्स शिखर सम्मेलन से पहले आयोजित की गई इस निवेश प्रवाह ब्रिक्स संगोष्ठी में उर्जित पटेल ने कहा ब्रेक्जिट, अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव और यूरोप में नए राजनीतिक तालमेल जैसे वैश्विक घटनाक्रम ब्रिक्स के रडार पर है और यह आने वाले समय में हमारी नीतियों को प्रभावित करेंगे.
आरबीआई गवर्नर उर्जित पटेल ने कहा कि ब्रिक्स देशों की वृद्धि चालू वित्त वर्ष में 5.1 फीसदी रहने का अनुमान है, जो कि वैश्विक स्तर पर 3.2 फीसदी वृद्धि के अनुमान से अधिक है और यह उभरते बाजारों एवं विकासशील अर्थव्यवस्थाओं में 4.2 फीसदी वृद्धि की संभावना से भी अधिक है.
उल्लेखनीय है कि दो दिवसीय ब्रिक्स सम्मेलन गोवा में आज शनिवार से शुरू हो गया है.ब्रिक्स समूह में ब्राजील, रूस, भारत, चीन और दक्षिण अफ्रीका शामिल हैं.