नेपाल में भूकम्प ने भरी तबाही मचाई है जिसके कारण वहां के लोगो ने अपना सबकुछ खो दिया है, फिल्म अभिनेता अनिल कपूर, दिया मिर्जा और वीर दास जैसी हस्तियों ने भूकंप प्रभावित नेपाल की मदद के लिए अपने प्रशंसकों से एकजुट होकर दान देने का आग्रह किया है। ज्यादातर बॉलीवुड हस्तियों ने सहायता राशि इकट्ठा करने वाले ऑनलाइन मंच-केट्टो के माध्यम से मदद का हाथ बढ़ाया है। फिल्म अभिनेता कुणाल कपूर इस ऑनलाइन मंच के सह-संस्थापक हैं, जो नेपाल की सहायता के लिए ट्विटर पर 'ज्वाइनहैंड्सफॉर नेपाल' टैग के साथ एक ऑनलाइन अभियान का संचालन कर रहा है। फिल्म जगत में दिया मिर्जा, अनुपम खेर, अदिति राव हैदरी, नरगिस फाकरी, अभिषेक बच्चन, गौरव कपूर, लीजा रे जैसी सिने हस्तियों ने केट्टो अभियान को आगे बढ़ाने का बीड़ा उठाया है। अभियान का लक्ष्य नेपाल भूकंप पीड़ितों के लिए एक लाख रुपये सहायता राशि एकत्रित करना है, जिससे 20 जीवन रक्षा किट खरीदकर केयर इंडिया को सौंपा जाएगा, जो भूकंप पीड़ितों के पुनर्वास के काम आएगा। प्रत्येक जीवन रक्षा किट में तिरपाल, चटाई और साफ-सफाई से जुड़ी सामग्रियां होंगी, जिसकी कीमत प्रति किट 5,000 रुपये है।
दिया ने ट्विटर पर लिखा, "आप नेपाल भूकंप पीड़ितों के लिए राहत सामग्री खरीदने हेतु धन जुटाने में मेरी मदद कर सकते हैं। एक जीवन रक्षा किट की कीमत पांच हजार रुपये है। धन्यवाद।"
गौरव ने ट्विटर पर लिखा, "जानता हूं कि आप से कई लोग नेपाल में राहत कार्य में मदद करना चाहते हैं। कोई राशि कम या ज्यादा नहीं होती। आप दान कर सकते हैं।"
वरुण धवन, आलिया भट्ट, श्रद्धा कपूर जैसी नई पीढ़ी की सिने हस्तियों ने भी आगे बढ़कर केट्टो अभियान का साथ दिया।
आलिया ने ट्विटर पर लिखा, "लोगों को आपकी मदद की जरूरत है। मेरे साथ आइए और मदद के लिए हाथ बढ़ाइए..हर एक जीवन रक्षा किट की कीमत पांच हजार रुपये है।" फिल्मकार करण जौहर ने अपने प्रशंसकों से आग्रह किया कि दान राशि रोहन श्रेष्ठ को भेजे, जो नेपाल के रहने वाले हैं। उन्होंने नेपाली रिलीफ नाम से सहायता मंच बनाया है। यह मंच काठमांडू में पीड़ितों की सहायता के लिए प्रयासरत है।
करण ने ट्विटर पर लिखा, "कृपया नेपाल पीड़ितों की सहायता के लिए आगे आएं।" अभिनेता अनिल कपूर ने भी अपने प्रशंसकों से आग्रह किया कि ब्रिटेन की सेव द चिल्ड्रेन संस्था को दान दें, जो नेपाल में भूकंप पीड़ित बच्चों की मदद के लिए प्रयासरत है। अनिल ने लिखा, "दुआएं और संवेदनाएं सबके साथ हैं। राहत कार्य में सहायता दें।"
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