बॉलीवुड सितारों के बुरे वक्त मसीहा थे बाळासाहेब ठाकरे
बॉलीवुड सितारों के बुरे वक्त मसीहा थे बाळासाहेब ठाकरे
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शिवसेना प्रमुख बाल ठाकरे जिसकी एक आवाज पर पूरी मुंबई हिल जाती थी, उनकी आज पुण्यतिथि है। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत बतौर कार्टूनिस्ट की थी। इसके बाद वह मुंबई के किंग बन गए। बाला साहेब का राजनीति के साथ-साथ बॉलीवुड पर भी दबदबा था।

बॉलीवुड के कई सितारे भी बाला साहेब को अपना गॉड फॉदर मानते थे। उनकी कई फिल्मी सितारों से घनिष्टता थी। तीन दशक में फिल्म इंडस्ट्री में उनके नाम का सिक्का जम कर चला। दिलीप कुमार से लेकर शाहरुख खान तक, अपने वक्त का हर सुपरस्टार बाला साहेब का मुरीद रहा है।

बता दें, बाला साहेब ने फिल्मी सितारों की बुरे वक्त में मदद भी की तो कभी शिवसेना स्टाइल में उनका विरोध भी। बॉलीवुड और मातोश्री के बीच एक अनोखा कनेक्शन था। बॉलीवुड वालों के संकट के समय बाल ठाकरे हर बार चट्टान की तरह खड़े हुए मदद की। इसमें कोई दो राय नहीं कि फिल्म सरकार में अमिताभ बच्चन का किया किरदार बल ठाकरे के असली जिंदगी के काफी मेल खाता है।

ट्रेजेडी किंग दिलीप साहब और बाल ठाकरे के रिश्ते काफी अच्छे थे। दिलीप साहब की फिल्म राम और श्याम के प्रोड्यूसर और निर्देशक भी दक्षिण भारतीय थे, इसलिए उनके फिल्म के रिलीज पर भी धरना प्रदर्शन होने लगा। आखिरकार दिलीप साहब बाला साहेब से मिलने गए और फिर मामला सुलझा, फिल्म को रिलीज करने दिया गया। दोनों की दोस्ती वक्त के साथ गहरी होती गई।लेकिन साल 1998 में जब बाला साहब ने ये मांग की कि दिलीप कुमार को पाकिस्तान सरकार के दिए निशान-ए- इम्तियाज पुरस्कार को लौटा देना चाहिए तो दोनों के रिश्तों में खटास आ गई।

जब सुनील दत्त अपने बेटे के लिए इंसाफ की तलाश में दर-दर भटक रहे थे तब उन्होंने एक पिता की पीड़ा को समझा।’ अमिताभ से भी बाल ठाकरे की अच्छी बनती थी। जब अस्सी के दशक में फिल्म 'कुली' की शूटिंग के दौरान बच्चन जख्मी हुए थे और जिंदगी और मौत से जूझ रहे थे, तब महाराष्ट्र के इसी टाइगर ने उनकी सेहत के लिए कामना की थी, उन्हें यमराज पर विजय प्राप्त करने वाला एक कार्टून भेंट किया था। यही नहीं, जब बोफोर्स के छीटें अमिताभ के दामन पर पड़े तब भी बाला साहेब ने अमिताभ को हिम्मत दी थी।  

बालासाहेब के करीबियों की मानें तो सलमान खान की भी काफी मदद की थी। दरअसल सलमान के पिता सलीम खान हमेशा से ही अपने घर में हिंदू पर्व मनाते आए हैं और ये बात ठाकरे साहब को काफी अच्छी लगती थी कि सलीम खान गणपति और दूसरे हिंदू पर्व को बड़े ही धूमधाम से मनाते हैं। वाक्या साल 2001 एक का है, सलमान खान और ऐश्वर्या के बीच रोमांस की खबरों का बाजार गर्म था। और अचानक 4 साल बाद 2005 में एक रिकॉर्डेड फोन कॉल रिलीज किया गय़ा, जिसमें सलमान एक डॉन का नाम लेकर धमकी दे रहे थे।

फिर क्या था शिवसेना और बीजेपी, दोनों ने सलमान के खिलाफ मोर्चा खोल दिया। सिनेमाघरों में तोड़फोड़ की गई और मुंबई-दिल्ली जैसे शहरों में सलमान की फिल्मों की स्क्रीनिंग रोक दी गई। इस कंट्रोवर्सी में जब खान परिवार ने बाल ठाकरे साहब से संपर्क किया तो उन्होंने अपना पूरा सहयोग देने का वादा किया। बाला साहेब के इशारे पर ही सलमान के खिलाफ विरोध प्रदर्शन कम हो गए।

वहीं शाहरुख खान से भी बाला साहब के निजी रिश्ते काफी अच्छे थे। लेकिन आईपीएल में पाकिस्तानी खिलाड़ियों के खेलने की वकालत की तो शिव सैनिकों का गुस्सा शाहरुख पर फूट पडा़। उनकी फिल्म 'माई नेम इज खान' की रिलीज रोकने की पुरजोर कोशिश की गई। मुंबई समेत कई शहरों में सिनेमाघऱों में तोड़फोड़ की गई। लेकिन शाहरुख खान ने घुटने नहीं टेके। वो अपनी बात पर अड़े रहे और मुंबई में कड़ी सुरक्षा के बीच अपनी फिल्म रिलीज की।

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