देओल परिवार इंडस्ट्री के उन परिवारों में से एक है जो अपने काम के साथ साथ अपने संस्कार के लिए भी जाने जाते है, वहीं धर्मेंद्र के बेटे बॉबी ने भी फिल्म इंडस्ट्री पर अपनी एक्टिंग से अपनी खास पहचान बनाई. आज उनके चाहने वालों की लाइन भी बहुत ही ज्यादा लम्बी है, लेकिन एक समय ऐसा भी था जब बॉबी देओल का करियर पर बुरी तरह से ब्रेक लग गया था. उन्हें इंडस्ट्री में कोई भी काम नहीं मिल रहा था. लेकिन उसके बाद बॉबी को एनिमल में अबरार का रोल मिल गया जिसकी वजह से उनकी किस्मत में 4 चाँद लग गए, इतना ही नहीं बॉबी ने अपने फ़िल्मी करियर की शुरुआत भी अपने पिता की फिल्म धरम वीर के साथ की थी, इतना ही नहीं उन्होंने इस मूवी अपने पिता के बचपन का किरदार अदा किया था. वहीं कुछ समय पहले ही एक साक्षत्कार में बॉबी देओल ने सी बात का भी खुलासा किया था कि उन्होंने इस फिल्म में छोटे से रोल के लिए पिता से पैसे मांग लिए थे.
बॉबी ने मीडिया को दिए गए एक इंटरव्यू में कहा था कि- ''मैं 5-6 साल का था और मैं हमेशा से एक्टर बनना चाहता था. मेरे पिता उस समय ‘धरम वीर’ कर रहे थे, और वो एक बच्चे को खोज रहे थे जो कि बचपन में उनके जैसा दिखे. वो चाहते थे कि एक बच्चा जिसके बड़े और मोटे पैर हों, लेकिन ऐसा बच्चा उनको नहीं मिला. उनको जो बच्चे मिले वो असल में कमजोर दिखते थे. तब उसने सोचा कि क्यों न एकबार अपने बेटे से पूछें. तब उन्होंने मुझसे पूछा, तू मेरी फिल्म में एक्टिंग करेगा, मेरे बचपन का रोल करेगा. मैंने कहा हां करूंगा. क्योंकि जब आप बचपन में होते हैं तो किसी बात का डर नहीं होता.” उन्होंने अपनी बात को जारी रखते हुए एक किस्सा और सुनाया था कि जो उस वक़्त जो ड्रेस उन्होंने पहना हुआ था उस बारें में बॉबी ने कहा- “मेरे लिए वो ड्रेस रातभर बैठकर बनवाई गई थी. क्योंकि अगले दिन मुझे शूट करना था. उन दिनों मैं अंडरवियर नहीं पहनता था. जब मैं शूटिंग कर रहा था तो उन्होंने मुझे ये ड्रेस पहनने के लिए दी. मैं सोच रहा था कि वो मुझे ये ड्रेस क्यों पहना रहे हैं. लेकिन ये बहुत खूबसूरत था. बॉबी देओल ने आगे कहा कि वो फिल्म में काम करने के लिए फीस चाहते थे तो उन्होंने अपने पिता से फीस मांगी.”
इस फिल्म से पिता से ही मांगे थे पैसे: इस शो के दौरान बॉबी ने कहा था कि “मैंने वो सीन किया और अपने पिता से पूछा कि मेरा पैसा कहां है? मैंने काम किया है और मुझे मेरा पैसा चाहिए. तो उन्होंने कहा आ मैं देता हूं, तू चुप कर. उनको नहीं पता था कि फिल्म के निर्माता और निर्देशक के रूप में उनको क्या कहना है. मैं गाड़ी में जाकर बैठ गया. उन्होंने मुझे 10,000 के नोटों का एक बंडल दिया और कहा कि जाओ इसे अपनी दादी को दे दो और देखना कि इसे स्टाफ के लोगों में बांट दिया जाए.” अपनी बात को जारी रखते हुए बॉबी ने ये भी कहा था कि “मैं बहुत उत्साह से अपने घर गया, अपने आप पर गर्व किया और पैसे दादी को दे दिए. मैं इतना उत्साहित था कि मैंने घर में कई हैंगर तोड़ दिए कि मैं बहनों और चाची को दिखा सकूं कि मैंने क्या किया है. मुझे बहुत खुशी थी. जब फिल्म की गोल्डन जुबली हुई तो मैं अवॉर्ड सेरेमनी में मैं भी गया. उन्होंने मेरे लिए मेरे नाम के साथ एक स्पेशल अवॉर्ड दिया.”