नईदिल्ली। प्रवर्तन निदेशालय ने कई बड़ी कंपनियों में शुक्रवार को जांच की। इस दौरान ईडी ने कई महत्वपूर्ण दस्तावेजों की जांच की। प्रवर्तन निदेशालय ने इन कंपनियों के बाजारों, कारोबारी केंद्रों, आवासीय परिसरों और किराए पर दिए जाने वाले मकानों की जांच भी की। दरअसल यह सब जांच कालेधन को लेक की गई थी। इस दौरान कथित फर्जी कंपनियों पर भी ईडी ने अपना शिकंजा कसा। मिली जानकारी के अनुसार ईडी ने कोलकाता, मुंबई, अहमदाबाद, पणजी, कोच्चि, बेंगलुरू, हैदराबाद, दिल्ली, लखनऊ, अहमदाबाद, पटना,जयपुर, चंडीगढ़, जालंधर, श्रीनगर, इंदौर समेत देश के कई क्षेत्रों में अपनी कार्रवाई की।
ईडी ने एक ऐसे आॅपरेटर को लेकर जांच की जो कि कथित तौर पर 700 फर्जी कंपनियां संचालित करता है। प्रवर्तन निदेशालय ने इसके मुंबई क्षेत्र में जांच की। अपनी कार्रवाई के दौरान ईडी को मुंबई में ही एक नकली पहचान पत्र मिला। यह एक इंटरपोल एजेंट का पहचान पत्र था। यह पहचान पत्र चेतन शाह के नाम का था। इस फर्जी पहचान पत्र को लेकर ईडी ने आवश्यक कार्रवाई की है। दरअसल पहचान पत्र में चेतन शाह नामक व्यक्ति को एंटी अेररिज़्म डिवीजन का स्पेशल एजेंट बताया गया था। ईडी ने बड़े पैमाने पर कथित फर्जी कंपनियों पर कार्रवाई की।
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