भाजपा एमएलसी हरि नारायण चौधरी की निधन कोविड जटिलताओं के कारण हो गया। अधिकारियों के अनुसार शनिवार को पटना के एक अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। 77 वर्षीय समस्तीपुर जिला स्थानीय क्षेत्र प्राधिकरण से चुने गए।
पॉजिटिव टेस्ट करने के बाद करीब एक सप्ताह पहले उन्हें पटना के इंदिरा गांधी आयुर्विज्ञान संस्थान में भर्ती कराया गया था। बिहार विधान परिषद के कार्यवाहक अध्यक्ष अवधेश नारायण सिंह ने बताया कि इलाज के दौरान शुक्रवार को रात करीब 11 बजे मौत हो गई। मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने दुख जताते हुए कहा कि चौधरी लोगों के बीच काफी लोकप्रिय थे और सामाजिक कार्यों में उनकी गहरी रुचि थी।
कुमार ने कहा कि उन्हें अपने व्यक्तित्व के कारण समाज के सभी वर्गों का सम्मान मिला और उनकी मृत्यु राजनीतिक और सामाजिक क्षेत्र के लिए अपूरणीय क्षति है। चौधरी के निजी ब्योरे की बात करें तो वह समस्तीपुर का मूल निवासी था। वह दो बेटे, तीन बेटियां और एक पत्नी से बच गए । राजकीय सम्मान के साथ समस्तीपुर में बूढ़ी गंडक नदी के तट पर स्थित मुक्तिधाम में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा।
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