नई दिल्ली: पीएम नरेंद्र मोदी देश में कालेधन को रोकने के लिए 2016 में नोटबंदी लेकर आए थे, किन्तु गुजरात के सूरत में कालेधन वालों ने अपने काले धन को सफेद कर लिया, यह आरोप किसी और ने नहीं बल्कि पूर्व आयकर अधिकारी और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता PVS शर्मा ने लगाए हैं. उन्होंने कहा है कि अकेले सूरत में 2 हजार करोड़ रुपये का घोटाला हुआ था.
PVS शर्मा ने ट्वीट के माध्यम से नोटबंदी के वक़्त बैंक में करोड़ों रुपये नगद जमा कराने और धन शोधन के माध्यम से पैसे बनाने के आरोप कुछ स्थानीय ज्वैलर्स पर लगाए हैं. पीवीएस शर्मा ने अपने ट्वीट में पीएम नरेंद्र मोदी से पूरे मामले की जांच CBI और प्रवर्तन निदेशालय (ED) से कराने की मांग भी की है. इस मामले में उन्होंने आयकर अधिकारी, बिल्डर्स, CA और ज्वैलर्स पर इल्जाम लगाए हैं.
आयकर विभाग में लगभग 18 सालों तक कार्यरत रहे पीवीएस शर्मा काफी समय से भाजपा के नेता हैं और पार्टी के टिकट पर पार्षद का चुनाव भी लड़कर जीत चुके हैं. पीवीएस शर्मा के इस ट्वीट पर कांग्रेस नेता अर्जुन मोढवाडिया ने भी एक ट्वीट किया और सूरत के ज्वैलर्स कलामंदिर के माध्यम से नोटबंदी की रात को 110 करोड़ रुपये का सोना बेचने की बात कही गई.
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