नई दिल्ली : दिल्ली में प्याज पर राजनीति तेज़ हो गई है। नेता एक दूसरे के पाले में प्याज फैंक रहे हैं और प्याज के छिलकों से विरोधियों की छिछालेदार करने का प्रयास कर रहे हैं। हाल ही में भाजपा द्वारा दिल्ली की आम आदमी पार्टी की राज्य सरकार के विरूद्ध RTI दायर की गई थी। जिसके बाद अब प्याज मसले पर भाजपा ने एंटी करप्शन ब्रांच से इसकी जांच की मांग कर दी है। जांच की मांग के बाद दिल्ली सरकार पसोपेश में पड़ गई है।
मिली जानकारी के अनुसार आरटीआई कार्यकर्ता विवेक गर्ग द्वारा एंटी करप्शन ब्रांच के प्रमुख मुकेश मीणा को एक पत्र लिखा है। जिसमें पत्र लिखकर प्याज घोटाले की मांग की गई है। घोटाले की सारी हकीकत सभी के सामने आने लगी है। यही नहीं दिल्ली की आम आदमी पार्टी सरकार पर भाजपा ने प्याज की खरीदी और बिक्री में घोटाला करने का आरोप लगाया है।
इस दौरान यह बात सामने आई है कि 14 रूपए या 20 रूपए प्रति किलो की दर से खरीदे गए करीब 2500 टन प्याज को दिल्ली सरकार ने 40 रूपए प्रति किलो की दर से बेचा। दिल्ली सरकार द्वारा 2500 मैट्रिक टन प्याज खरीदा गया लेकिन केवल 600 मैट्रिक टन प्याज ही मार्केट में भेजा गया। बाकि प्याज का क्या हुआ यह एक बड़ा सवाल बना हुआ है। हालांकि इस मामले में आप द्वारा एक समाचार पत्र में अपना पक्ष सामने रखा गया, लेकिन सरकार की मुश्किल खरीदी और बिक्री की दर में अंतर होने से बढ़ती नज़र आ रही है।