कोलकाता : पश्चिम बंगाल के मालदा में कालियाचक्र क्षेत्र में हिंसा भड़क गई थी। इस मामले की जांच की जा रही है। भाजपा का 3 सदस्यीय जांच दल इस जांच के सिलसिले में मालदा पहुंचा। मगर सत्तारूढ़ तृणमूल कांग्रेस द्वारा इन लोगों को वापस कोलकाता भेज दिया गया। अब इस मामले में भारतीय जनता पार्टी विरोध करने में लगी है। भारतीय जनता पार्टी के पश्चिम बंगाल प्रभारी सिद्धार्थनाथ सिंह ने ममता सरकार को निशाने पर ले लिया है। सरकार से इस मामले में 5 सवाल पूछे गए हैं। हिंसा को लेकर किए गए सवालों में पश्चिम बंगाल की मौजूदा तृणमूल सरकार पर निशाना साधा गया है।
1. सरकार से सवाल किए गए हैं कि हंगामे से पूर्व लीफलैट, सांप्रदायिक सामग्रियां बांटी गईं। इसे रोका क्यों नहीं गया?
2. सीएम ममता बनर्जी ने कहा कि मालदा की घटना उत्तरप्रदेश से आए कमलेश तिवारी के बयान का रिएक्शन रहा, लेकिन रिऐक्शन फौरन होता है, 30 दिन बाद नहीं।
3. जांच में ये सवाल भी उठाए गए कि ममता ने अपने बयान में कहा था कि यह स्थानीय बीएसएफ सैनिकों से झड़प थी, तो फिर एक लाख लोगों ने पुलिस स्टेशन क्यों जलाया? उल्लेखनीय है कि मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने अपना बयान बदला और बीएसएफ सैनिकों से झड़प होने की बात कही थी।
4. भाजपा के जांच दल ने सवाल उठाए कि आखिर एनआईए जाली नोट रैकेट पकड़ने वाली थी। मगर देश में 80 प्रतिशत नकली नोट मालदा से बताए जाते हैं। इस तरह के विवरण कालीचक पुलिस स्टेशन में मिले हैं। आखिर रिकाॅर्ड जलाने के लिए पुलिस स्टेशन पर हमला क्यों हुआ?
5. मालदा में अफीम की खेती होती है। इसे बांग्लादेश में भेजा जाता है। आखिर अफीम की खेती को रोका क्यों नहीं जा सका?