कोच्ची: सबरीमला मंदिर में बुधवार को दो महिलाओं के ऐतिहासिक प्रवेश के बाद राज्य दो दिन तक बंद रहा और पूरे प्रदेश में हिंसा होती रही.इस घटना के बाद से ही इन दोनों महिलाओं को धमकियां दी जा रही हैं और इनके घर के बाहर भी जमकर प्रदर्शन हो रहे हैं. हालांकि धमकियों पर इन महिलाओं का कहना है कि उन्हें धमकियों और प्रदर्शनों से बिलकुल डर नहीं लगता है.
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इन दोनों महिलाओं ने मीडिया से ख़ास बात की है. इस वक्त ये दोनों महिलाएं किसी "सुरक्षित ठिकाने" पर हैं. जब इनसे संपर्क किया गया तो वे साक्षात्कार के लिए तुरंत राजी हो गईं. उनका कहना है कि जो लोग इन्हें धमकियां दे रहे हैं, उन्हें नहीं लगता कि वो वास्तव में कुछ करेंगे.बिंदु अम्मिनि ने मीडिया को बताया कि, "24 दिसंबर की शाम जब हमने मंदिर में जाने का पहला प्रयास किया था, उस समय हमारे घर के बाहर प्रदर्शन चल रहे थे.
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उन्होंने कहा कि मुझे लगता है कि मेरे घर के आस-पास के लोग मेरे साथ कुछ गलत नहीं करेंगे. वे मुझसे प्यार करते हैं, जिन लोगों ने हमारे घर को घेर कर प्रदर्शन किया था और धमकियां दी थी, वे भी कुछ नहीं करेंगे." आपको बता दें कि बिंदु और कनकदुर्गा ने स्वामी अयप्पा के मंदिर में प्रवेश करते हुए सदियों पुरानी मंदिर की वो परंपरा तोड़ दी थी, जिसके मुताबिक 10 से 50 वर्ष की उम्र की महिलाओं को इस मंदिर में जाना प्रतिबंधित है.
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