बिहार / पटना : नेपाल और भारत के कई इलाको में पिछले शनिवार को आए भूकंप में घायल हुए लोगो की दरभंगा मेडिकल कालेज अस्पताल (डीएमसीएच) में पहचान के लिए उनके माथे पर "भूकंप" लिखा स्टीकर चिपका दिया गया। हालांकि मीडिया में खबर आने पर मचे विवाद के बाद इन स्टीकर को हटा लिया गया है। भूकंप के कारण घायल हुए लोगों को अलग वार्ड में रखे जाने तथा उनके माथे पर "भूकंप" लिखा स्टीकर चिपकाए जाने को टीवी चैनलों पर दिखाए जाने पर इस बाबत डीएमसीएच के अधीक्षक शंकर झा ने खेद व्यक्त करते हुए कहा कि उन्हें हटा लिया जाएगा।
भूकंप में हुए घायलों के माथे पर डीएमसीएच में 'भूकंप' लिखा स्टीकर चिपकाए जाने का मामला दरभंगा जिला के प्रभारी मंत्री बैधनाथ साहनी के समक्ष लाए जाने पर उन्होंने बताया कि वे इस बारे में डीएमसीएच के अधीक्षक से पूछा और उन्हें 'भूकंप' लिखे स्टीकरों को तुरंत हटाने इस संबंध में आदेश देने वाले के खिलाफ कार्रवाई किए जाने का निर्देश दिया है। साहनी ने बताया कि वे वर्तमान में दरभंगा जिला के बाहरी इलाके में हैं और शहर में पहुंचकर स्वयं डीएमसीएच जाकर मामले को देखेंगे।
दरभंगा के जिलाधिकारी कुमार रवि ने भूकंप में हुए घायलों के माथे पर 'भूकंप' लिखा, स्टीकर चिपकाए जाने को गलत बताते हुए कहा कि वे उसे तुरंत हटाए जाने का निर्देश दिया है। मामले को तूल पकड़ते देख डीएमसीएच प्रशासन ने शाम में भूकंप में हुए घायलों के माथे पर लगाए गए 'भूकंप' लिखे स्टीकर को हटा दिया। बीते शनिवार को आए भूकंप में घायल हुए 15 लोगों को इलाज के लिए डीएमसीएच में भर्ती कराया गया था, जिसमें से छह का अभी इलाज चल रहा है।