इंदौर : दशहरे के पर्व पर भारतीय टीम के शानदार प्रदर्शन के चलते अंतिम टेस्ट के चौथे दिन ही भारतीय टीम ने न्यूजीलैंड की टीम को पटकनी दे डाली और भारतीयों को दशहरे का शानदार तोहफा दिया. भारतीय स्पिनर आश्विन ने न्यूजीलैंड के बल्लेवाजों पर बहुत कहर बरसाया और इस मैच में 13 विकेट चटकाए. आश्विन ने पहली पारी में 6 विकेट और दूसरी पारी में 7 विकेट झटक कर न्यूजीलैंड को घुटने टेकने पर मजबूर कर दिया.
आखिरी विकेट के लिए जद्दोजहद कर रहे वाटलिंग और बोल्ट ने डंटकर भारतीय बल्लेवाजों का सामना किया लेकिन आश्विन के सामने वह भी ज्यादा देर नहीं टिक सके और आखिरकार आश्विन ने अपना 7वाँ विकेट ले कर विरोधी टीम को पवेलियन लौटने पर मजबूर कर दिया. यही वजह है की अश्विन टीम इंडिया के सबसे बड़े हथियार बन गए है. साथ ही कप्तान कोहली को भी अश्विन पर बहुत भरोसा है.
आश्विन ने न्यूज़ीलैंड के साथ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज में कुल 27 विकेट हासिल किए. अश्विन इस इस सीरीज में मैन ऑफ़ द मैच चुने गए. इस मौके पर अश्विन ने अपने साथी गेंदबाजो की तारीफ करते हुए कहा- इस तरह के विकेटों पर कड़ी मेहनत और संयम बनाए रखने से उन्हें सफलता मिली. अश्विन ने कहा, 'यह ऐसा विकेट था जिस पर (विकेट हासिल करने के लिए) आपको कड़ी मेहनत करने और संयम बनाए रखने की जरूरत थी. पांवों से बने निशान की बात की जाए तो ऑफ स्टंप के बाहर इससे बहुत कम मदद मिल रही थी. दूसरी पारी में उन्होंने जरूर अच्छे शॉट नहीं खेले, जिससे हमें मदद मिली.'