इस्लामाबाद: 1947 में भारत से अलग होकर इस्लामी मुल्क बने पाकिस्तान ने हिंदुस्तान को डंसने के लिए जो आतंकी रुपी सांप पाले थे, वो अब उसे ही डंसने लगे हैं। पाकिस्तान में आए दिन मस्जिदों में धमाकों की खबरें आती रहती हैं, तो कभी पाकिस्तानी सेना को आतंकियों द्वारा निशाना बनाया जाता है, कई बार इन हमलों में बेकसूर आम जनता भी पीस जाती है। जैसा ताजा आतंकी हमले में हुआ। पड़ोसी मुल्क के बलूचिस्तान प्रांत में एक बार फिर निर्दोष लोगों और सुरक्षा बलों को निशाना बनाते हुए बड़ा आतंकी हमला हुआ।
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार, कराची से तुर्बत जा रही एक बस को न्यू बहमन इलाके में बम धमाके से उड़ा दिया गया। इस आतंकी हमले में 6 लोगों की मौत हो गई, जबकि 32 से अधिक लोग घायल हुए हैं। घायलों में कई की हालत गंभीर बताई जा रही है। इस हमले की जिम्मेदारी प्रतिबंधित संगठन बलूचिस्तान लिबरेशन आर्मी (BLA) ने ली है। हमले के बारे में स्थानीय पुलिस अधिकारी रोशन बलूच ने बताया कि सड़क किनारे खड़ी एक कार में विस्फोटक सामग्री छिपाई गई थी। इसे रिमोट कंट्रोल से ब्लास्ट किया गया। BLA ने इसे आत्मघाती हमला बताया और कहा कि यह उनके संगठन के एक सदस्य ने अंजाम दिया।
हमले का मुख्य निशाना फ्रंटियर कॉर्प्स (FC) के अर्धसैनिक बल के सदस्य थे, जो पाकिस्तान की सीमाओं की रक्षा करने और आतंकवाद विरोधी अभियानों को संभालने का काम करते हैं। इसके अलावा, गंभीर अपराध शाखा के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक (एसएसपी) जोहैब मोहसिन और उनके परिवार के छह सदस्य भी इस हमले में घायल हो गए। विस्फोट इतना जबरदस्त था कि आसपास की कई गाड़ियाँ आग की चपेट में आ गईं। घटनास्थल पर मौजूद वीडियो और तस्वीरें इस भयावह मंजर को साफ दिखाती हैं।
हमले के बाद प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने इसकी कड़ी निंदा की। उन्होंने मृतकों के परिजनों और घायलों के लिए संवेदना व्यक्त करते हुए कहा, "आतंकवादियों को उनके नापाक इरादों में सफल नहीं होने दिया जाएगा। पाकिस्तान से आतंकवाद को जड़ से खत्म करने के लिए सरकार पूरी ताकत से काम कर रही है।" उल्लेखनीय हैं कि, यह हमला ऐसे समय पर हुआ है, जब बलूचिस्तान में पहले से ही तनावपूर्ण स्थिति बनी हुई है।
इससे पहले बुधवार को किला सैफुल्लाह जिले में एक गैस कंपनी के वाहन पर बम हमला किया गया था, जिसमें एक व्यक्ति घायल हो गया था। इससे पहले नवंबर 2024 में क्वेटा के रेलवे स्टेशन पर बम विस्फोट में 14 सैनिकों सहित 26 लोगों की जान गई थी। अगस्त 2024 में भी BLA ने कई समन्वित हमले किए थे, जिनमें 39 लोग मारे गए थे। बलूचिस्तान पाकिस्तान का सबसे बड़ा प्रांत है और यह प्राकृतिक संसाधनों से भरपूर है। लेकिन यहाँ के अलगाववादी समूह लंबे समय से पाकिस्तान सरकार पर भेदभाव का आरोप लगाते आ रहे हैं।
उनका कहना है कि प्रांत की संपदा का लाभ बलूच लोगों को नहीं मिलता और इसे चीन के हाथों सौंपा जा रहा है। BLA जैसे संगठन अपनी स्वतंत्रता की मांग करते हुए अक्सर सुरक्षा बलों और सरकारी संपत्तियों को निशाना बनाते हैं। पिछले कुछ महीनों में पाकिस्तान में आतंकी हमलों में तेज़ी आई है। बलूचिस्तान और खैबर पख्तूनख्वा प्रांत इन हमलों का मुख्य केंद्र रहे हैं। पाकिस्तानी सेना के मुताबिक, 2024 में कुल 444 आतंकी हमलों में 685 सुरक्षाकर्मियों और 1612 नागरिकों की जान गई। इसके अलावा, 934 अपराधियों को मार गिराया गया।