आगरा : उर्स के मौके पर पर्यटकों को मोहब्बत की निशानी ताजमहल के भीतर बने शाहजहां और उनकी पत्नी मुमताज के असली कब्र को देखने का मौका मिल रहा है। लगातार बढ़ रहे प्रदूषण से यह भी अछूता नहीं है, कब्र की परतें पीली पड़ने लगी है। बताया जा रहा है कि इसका कारण प्रदूषण है, जबकि इन असली मकबरों को साल में केवल तीन बार ही खोला जाता है।
ताजमहल में शंहशाह और मुमताज की दोहरी कब्रें हैं। असली कब्रें नीचे तहखाने में हैं जब कि प्राकृतिक कब्रें ऊपर बनाई गई हैं। ऐसे में इस बार जब उर्स के मौके पर कब्रों को खोला गया तो कब्रों का रंग पीला पाया गया।
दूसरी ओर एएसआई के अधिकारियों ने बताया कि कब्रें पीली नहीं हुई है। हांलाकि उन्होने इस बात को स्वीकारा कि प्रदूषण का असर थोड़ा बहुत यहां भी हुआ है। अब पूरे ताज को चमकाने की प्रक्रिया की शुरुआत की जा रही है। इसी क्रम में इन असली मकबरों को भी चमकाया जाएगा।