कर्नाटक: शाम पांच बजे तक चलेगा तरकश का अंतिम तीर भी
कर्नाटक विधान सभा चुनाव में प्रचार का शोर आज शाम 5 बजे थम जायेगा. 12 मई ये वो तारीख है जब कर्नाटक विधानसभा चुनावों मे मतदाता राज्य के भाग्य का फैसला करेंगे. कर्नाटक चुनाव दोनों बड़े सियासी दलों के लिए अति महत्वपूर्ण है. बीजेपी जहा देश मे हर कही एक तरफ़ा जीत से ओत प्रोत हो कर एक और राज्य को भगुआ रंग मे रंगने को आतुर है साथ ही विजय रथ को आगे बढ़ाते हुए 2019 लोकसभा का शंखनाद भी अपने अंदाज मे ही करना चाहती है, तो दूसरी ओर कांग्रेस के लिए ये अस्तित्व को बचाने और पुनः उठ खड़े होने का मौका है. लगातार हार, भीतर घात, अकुशल नेतृत्व, मजबूत विपक्ष जैसे कई फैक्टर है जिन्होंने कांग्रेस को हाशिये पर ला खड़ा किया है. ऐसे मे कर्नाटक चुनाव कांग्रेस के लिए संजीवनी है. इस सूबे को जीत कर कांग्रेस सिर्फ एक राज्य नहीं जीतेगी अपितु फिर से पुनः गठन की ओर अपना पहला कदम भी बढ़ाएगी. देश की सियासत की दशा और दिशा के निर्धारण मे भी कर्नाटक चुनाव का अहम योगदान होगा.
एकतरफा युद्धविराम की पहल करे केंद्र- महबूबा मुफ्ती
श्रीनगर: एक पर्यटक की जान से खेलने वाले जम्मू-कश्मीर के पत्थरबाजों ने कश्मीर की मेहमान नवाजी पर बदनुमा दाग लगा दिया है. मुख्यमंत्री महबूबा मुफ्ती ने प्रदेश की वर्तमान सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा के लिए बुधवार को सर्वदलीय बैठक बुलाई जिसमे सभी दलों ने केंद्र सरकार से जम्मू-कश्मीर में शांति बहाली के लिए एकतरफा युद्धविराम की पहल करने की अपील की. महबूबा ने कहा कि मुठभेड़ और झड़प से आम लोगों को दिक्कतें हो रही हैं. हमें ऐसा माहौल बनाने का प्रयास करना होगा जिससे ईद और अमरनाथ यात्रा शांतिपूर्वक संपन्न हो सके.
देश के सबसे लंबे सड़क और रेल पुल से सेना को मदद साल के अंत तक
दिल्ली: चीन के साथ लगती सीमा पर रक्षा साजो सामान भेजने के लिए बेहद महत्वपूर्ण माना जाने वाला असम के डिब्रूगढ को अरुणाचल प्रदेश के पासीघाट से जोड़ने वाले देश के सबसे लंबे सड़क और रेल पुल का निर्माण साल के अंत तक ख़त्म हो जायेगा और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी खुद इस का उद्घाटन करेंगे ऐसी भी संभावना है. इस बारे में बात करते हुए बोगीबील परियोजना के चीफ इंजिनियर महेंद्र सिंह ने बताया कि इस साल जुलाई तक 4.94 किलोमीटर लंबे इस पुल का निर्माण कार्य पूरा हो जाएगा लेकिन उसके इलेक्ट्रिकल और सिग्नल के काम को पूरा करने में दो महीने और लगेंगे.
जस्टिस चेलमेश्वर ने किया फेयरवेल का आमंत्रण अस्वीकार
दिल्ली : सुप्रीम कोर्ट के जजों में शामिल चेलमेश्वर ने फेयरवेल फंक्शन के आमंत्रण को ठुकरा दिया है. जस्टिस जे. चेलमेश्वर के सुप्रीम कोर्ट बार असोसिएशन द्वारा दिए जाने वाले विदाई समारोह में जाने से मना कर देने के बाद तरह तरह की बाटे भी की जा यही है और लोग अपने अपने तर्क के आधार पर अटकले लगा रहे है. वही जस्टिस चेलमेश्वर ने इस आमंत्रण को अस्वीकार करने के पीछे निजी कारणों का होना बतलाया.
माल्या के खिलाफ छोटी कामयाबी से खुश न हो बैंक
किंगफिशर के मालिक और शराब व्यापारी भगौड़े विजय माल्या के खिलाफ ब्रिटेन के हाई कोर्ट में भारतीयों बैंकों ने भले ही केस जीत लिया हो, लेकिन बैंकों के लिए आगे बड़ी बाधाएं मौजूद हैं. उल्लेखनीय है कि कोर्ट के जज ने मंगलवार को सुनवाई के दौरान कहा कि माल्या के खिलाफ भारतीय कोर्ट के फैसले कानूनी रूप से इंग्लैंड और वेल्स में मौजूद उनकी संपत्तियों पर लागू हो सकते हैं. फैसले में कहा गया है कि विजय माल्या पर 9,000 करोड़ रुपये से अधिक का बैंक लोन है. हाई कोर्ट के प्रवर्तन अधिकारी अब इंग्लैंड और वेल्स स्थित उनकी संपत्तियों से कर्ज की उगाही कर सकते हैं. सूत्रों से मिली जानकारी में कहा गया है कि ब्रिटेन में मौजूद माल्या की कई संपत्तियों के अस्पष्ट और पेचीदा स्वरूप वाले स्वामित्व के कारण बैंकों के लिए यह पता लगाना कि वे संपत्तियां उनकी हैं या नहीं, बेहद निराश कर देने वाला प्रयास है.
प्रदेश में अवैध कॉलोनियों को वैध करने की प्रक्रिया शुरू