इस वजह से होती है कैल्शियम की कमी, आज ही दें इसपर ध्यान
इस वजह से होती है कैल्शियम की कमी, आज ही दें इसपर ध्यान
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शरीर में कैल्शियम की सामग्री की आवश्यकता व्यक्ति की उम्र, लिंग, स्वास्थ्य स्तर और अन्य आंतरिक और बाह्य परिस्थितियों पर निर्भर करती है। यहां आम रूप से सिफारिश की जाने वाली कैल्शियम की मात्रा है:

बच्चों (1 से 3 साल तक): दैनिक 700 मिलीग्राम

बच्चों (4 से 8 साल तक): दैनिक 1000 मिलीग्राम

किशोर (9 से 18 साल तक): दैनिक 1300 मिलीग्राम

पुरुष और महिलाएं (19 से 50 साल तक): दैनिक 1000 मिलीग्राम

महिलाएं (51 साल से अधिक उम्र): दैनिक 1200 मिलीग्राम

पुरुष (51 साल से अधिक उम्र): दैनिक 1000 मिलीग्राम

यह आम दिशा-निर्देश हैं और आपकी व्यक्तिगत स्थिति पर निर्भर करेंगे। कैल्शियम की मात्रा को नियमित चेकअप और चिकित्सा परामर्श के माध्यम से निर्धारित करें। आपका चिकित्सक आपको आपकी व्यक्तिगत आवश्यकता के आधार पर सही मात्रा सुझा सकेंगे।

कैल्शियम की कमी के कारण हमारे शरीर में कई समस्याएं हो सकती हैं। यह कमी ज्यादातर हड्डियों, दांतों और नाखूनों में पायी जाती है। कैल्शियम की कमी के कुछ मुख्य कारण हैं:

अपर्याप्त पोषण: अगर आपका आहार कैल्शियम समृद्ध नहीं है और आपको प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में दूध, दही, अण्डे, तिल, ब्रोकली, बादाम, मेथी और खाद्य पदार्थों का सेवन नहीं हो रहा है, तो कैल्शियम की कमी हो सकती है।

विटामिन डी की कमी: विटामिन डी की कमी कैल्शियम के संश्लेषण और अवशोषण को प्रभावित कर सकती है, जिससे कैल्शियम की कमी हो सकती है।

अल्कोहल और कॉफ़ीन की मात्रा: ज्यादा अल्कोहल और कॉफ़ीन की मात्रा लेने से शरीर से कैल्शियम के अवशोषण में अस्थायी बाधा हो सकती है।

सेडेंटरी जीवनशैली: अगर आप बैठे रहने वाली और शारीरिक गतिविधियों से वंचित जीवनशैली अपनाते हैं, तो कैल्शियम की कमी हो सकती है।

कैल्शियम की कमी को दूर करने के लिए आप निम्नलिखित उपायों का पालन कर सकते हैं:

प्रतिदिन पर्याप्त मात्रा में कैल्शियम समृद्ध आहार लें।

विटामिन डी की संपल्पता को दूर करने के लिए सूर्य की किरणों का संपर्क बनाए रखें और विटामिन डी सप्लीमेंट्स का सेवन करें।

सेहतमंद जीवनशैली अपनाएं, जिसमें नियमित शारीरिक गतिविधि और व्यायाम शामिल हो।

डॉक्टर द्वारा प्रासंगिक परामर्श लें और कैल्शियम सप्लीमेंट्स का सेवन करें, यदि आवश्यक हो।

यहां ध्यान दें कि इसे सिर्फ़ सामान्य सूचना के रूप में ही मानें और चिकित्सा परामर्शक की सलाह के बिना कोई उपचार न शुरू करें।

कैल्शियम की कमी हर उम्र के लोगों को प्रभावित कर सकती है, लेकिन कुछ उम्री समूहों में इसका ज्यादा खतरा होता है। यहां नीचे उम्र के आधार पर कैल्शियम की कमी के प्रमुख कारकों की सूची है:

बचपन और किशोरावस्था: बच्चों और किशोरों में कैल्शियम की कमी शारीर के निर्माण और हड्डियों के विकास के समय अधिक आम होती है।

गर्भवती महिलाएं: गर्भवती महिलाओं के शरीर में कैल्शियम की आवश्यकता बढ़ जाती है क्योंकि शिशु की बोन डेवलपमेंट के लिए वे भी कैल्शियम का उपयोग करती हैं।

बूढ़े वयस्क: बूढ़े वयस्कों में हड्डियों की घटाने और कैल्शियम के अवशोषण के कारण कैल्शियम की कमी का खतरा अधिक होता है।

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