नई दिल्ली : हालही में भारत और बांग्लादेश के मध्य एक ऐतिहासिक सीमा करार हुआ है. करार के अनुसार 75 टीमों ने अपने-अपने क्षेत्र में आने वाले गावों और बस्तियों में साझा सर्वे के काम का शुभारम्भ कर दिया है. सर्वे में यहाँ निवास कर रहे लोगो से 51,584 लोगों से यह सवाल किया जाएगा की वे किस देश की नागरिकता ग्रहण करने की इच्छा रखते है. इस सर्वे का जिम्मा 75 टीमों को सौपा गया है. सम्भावना है कि 23 जुलाई तक इस सर्वे को अंतिम रूप प्रदान कर दिया जाएगा. हर टीम में दोनों देशों के पांच-पांच व्यक्ति को शामिल किया गया है. वे बस्तियों के लोगों से पूछ रहे हैं कि वे किस राष्ट्र की नागरिकता ग्रहण करने की इच्छा रखते है. भारत और बांग्लादेश ने 41 वर्षो से चल रहे सीमा विवाद पर हाल ही में एक अनुबंध किया गया, जिसके अनुसार सीमा के जुड़ाव रखने वाली 162 बस्तियों के निवासियों की अदला बदली की जावेगी.
बांग्लादेश और भारत के अधिकारी मिलकर दोनों देशो की नागरिकता चाहने वालों की सूची का निर्माण करेंगे. इस कार्य को दोनों सरकारो द्वारा 31 जुलाई तक अंतिम रूप प्रदान कर दिया जाएगा. इसके पश्चात लोगो के इच्छानुसार देश में उनके पुनर्वास का प्रबंध किया जावेगा. बांग्लादेश के भीतर 111 भारतीय बस्तियों में कुल 37, 369 लोग हैं, जबकि भारतीय क्षेत्र में 51 बांग्लादेशी बस्तियों में 14, 215 लोग निवास करते है.