इंग्लैंड के एकदिवसीय क्रिकेट टीम के कप्तान जो रूट का मानना है कि गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर लगी रोक से गेंदबाजों के कौशल में सुधार हो सकता है. रूट ने कहा कि गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल पर लगी रोक से गेंदबाजों को पिच से मदद हासिल करने के लिए कड़ी मेहनत करनी होगी, जिससे उनके कौशल में सुधार हो सकता है. रूट ने कहा कि यह गेंदबाजों के पक्ष में काम कर सकता है और उनके कौशल में इजाफा हो सकता है.
सटीकता में सुधार करना होगा: एक खेल वेबसाइट से बातचीत में रूट ने कहा, ''आम तौर पर मिलने वाली सहायता के मौजूद नहीं होने का मतलब है कि आपको अपनी सटीकता में सुधार करना होगा. खिलाड़ियों को पिच से मदद हासिल करने का कोई और तरीका ढूंढना होगा. यह अधिक प्रयास करना, क्रीज पर कोण में बदलाव, तिरछी सीम का इस्तेमाल आदि हो सकता है.''
लार के इस्तेमाल को प्रतिबंधित करने का सुझाव: रूट ने कहा कहा कि हमारे गेंदबाज चार से पांच हफ्ते के समय में इसे तैयार कर सकते हैं. उल्लेखनीय है कि भारत के पूर्व दिग्गज स्पिनर अनिल कुंबले की अगुआई वाली अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) की क्रिकेट समिति ने खेल दोबारा शुरू होने पर गेंद को चमकाने के लिए लार के इस्तेमाल को प्रतिबंधित करने का सुझाव दिया है. आईसीसी ने क्रिकेट को दोबारा शुरू करने के लिए अपने दिशानिर्देशों में भी गेंद पर लार के इस्तेमाल को प्रतिबंधित किया है.
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