महाराष्ट्र में सूखे के हालत को देखते हुए IPL में होने वाले पानी के दुरूपयोग को लेकर एक PIL बॉम्बे हाईकोर्ट में दायर की गई, जिसमे आरोप लगाया गया है की आईपीएल के दौरान महाराष्ट्र के तीन स्टेडियम में करीब 60 लाख लीटर पानी बहाया जायेगा. इसके बाद मुंबई हाई कार्ट ने BCCI को फटकार लगाते हुए कहा, यह पानी की बर्बादी है. मैच का वेन्यू शिफ्ट किया जाना चाहिए. इस मामले में फिर से सुनवाई होना बाकि है.
आपको बता दे की यह PIL एक पूर्व जर्नलिस्ट केतन तिरोडकर ने दायर की है. पीआईएल लगाने वाले साइड वकील का कहना है कि इंटरनेशनल मेंटेनेंस फॉर पिच गाइडलाइन्स के अनुसार एक मैच के लिए ग्राउंड मेंटेनेंस में करीब 3 लाख लीटर पानी लगता है. IPL के 20 मैच महाराष्ट्र के 3 ग्राउंड पर होने हैं. जो कुल आईपीएल मैचों का एक तिहाई है. इनमें 8 मैच मुंबई में, 9 मैच पुणे में और तीन मैच नागपुर में होंगे. इस हिसाब से 20 मैचों के दौरान पिच मेंटेनेंस पर करीब 60 लाख लीटर पानी खर्च होगा.
बता दे की महाराष्ट्र के लातूर जिले के लोगों को प्रतिदिन सिर्फ 55 हजार लीटर पानी मिलता है. इनमें हर घर के हिस्से सिर्फ 20 लीटर पानी आता है. हाईकोर्ट ने कहा, यह गंभीर मामला है और हमें इसे देखने की जरूरत है. इस मामले पर मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन का कहना है कि IPL मैचों के टिकट पहले ही बिक चुके हैं और अगर मैचों को रद्द किया गया तो काफी नुकसान का समाना करना पड़ सकता है.
वही इस मसले पर IPL के अध्यक्ष राजीव शुक्ला ने कहा, अगर महाराष्ट्र सरकार इस मामले को लेकर कोई प्रस्ताव लाती है तब BCCI अध्यक्ष और हम सभी सोचेंगे कि किसानों के लिए क्या किया जा सकता है. मैं अपने पार्लियामेंट्री फंड से कुछ गांवों को गोद लूंगा. मराठवाड़ा में पानी की समस्या है जिसे हल किया जाएगा. मुझे नहीं लगता कि मैचों को रोक कर समस्या का हल निकलने वाला है. मैच अपनी जगह होगा जहां पानी की ज्यादा खपत नहीं होगी. किसानों को ज्यादा पानी चाहिए. इस पानी की समस्या को हल करने के लिए सभी पार्टियों को साथ आना होना और हम BCCI की तरफ से जो बन सकता है, करेंगे.