सुनीता तटवारे ने सवित्री बाई के विचारों पर महिलाओं को चलने को कहा। रमा पांचाल ने कहा समाज को सही सन्देश देते हुये कि बाबा साहेब अम्बेडकर विश्व में ज्ञान के प्रतीक, भारतीय विधिवेत्ता, अर्थशास्त्री, राजनीतिज्ञ और समाज सुधारक एवं शोषितो, पीड़ितो के लिए भगवान थे जिन्होंने भारत देश का संविधान लिखकर हमारे भाग्य के द्वार खोल दिए । इसलिए हमें हमारे संवैधानिक अधिकारों की रक्षा करने के लिए संगठित रहना है और संघर्ष करना है ।
कार्यक्रम में अम्बेडकर पेरियार मिशन के संयोजक यशवंत मंसोरे, जनपद सदस्य द्वारका प्रसाद सिटोले, दासफी संघठन के जिलाध्यक्ष सावन यादव, सौरभ सावले, महेश रंसोरे, मुंडा संगठन से रफ़ीक मुंडा, जयस प्रभारी चेतन मण्डलोई, लोकेश कोचले, आयूष मंसोरे, कार्यक्रम में मौजूद थे।
बाबा साहब जयंती: सिर्फ दलितों के नहीं सभी शोषित तबकों के नेता थे साहब
फिर 'भगवा' राजनीति के शिकार हुए बाबा साहब अम्बेडकर
टूटती मूर्तियों के बीच अब बन्दुक के लिए लाइसेंस