रांची : झारखंड में सरकार के एक वर्ष का कार्यकाल समाप्त होने के बाद रिपोर्ट कार्ड की आलोचना करते हुए कहा गया कि सरकार की शुरूआत गड़बड़ी से हुई है। इस मामले में पूर्वमुख्यमंत्री झाविमो सुप्रीमो बाबूलाल मरांडी ने रघुवर सरकार के कार्यों पर असंतुष्टि जताई। उनका कहना था कि संविधान की धारा 10 की अवहेलना कर पार्टी के 6 विधायकों को पद और पैसे का लालच देकर अपने पाले में कर दिया गया। उनका कहना था कि जनता को भविष्य के सपने दिखाना केवल झूठ का पुलिंदा है।
एक वर्ष के कार्यकाल में जनता को न्याय भी नहीं मिला है और न ही सुरक्षा मिली है। बाबूलाल मरांडी ने अपने पार्टी के कार्यालय में आयोजित की गई पत्रकार वार्ता को संबोधित करते हुए कहा था कि आम आदमी और गरीब के लिए कुछ भी नहीं हुआ।
बाबूलाल मरांडी द्वारा यह भी कहा गया कि राशन कार्ड सरकार नहीं बांट सकी है। राज्य में सूखे के हालात बेहद बदतर हैं लेकिन सरकार महज आंकड़ों की घोषणा के खेल में फंसी है। यही नहीं राज्य में अपराध बढ़ गया है। हालात तो ये रहे कि मुख्यमंत्री आवास के बिल्कुल पीछे अभियांत्रिक को गोली मार दी गई। मगर इस मामले में किसी की गिरफ्तारी नहीं हुई।