पटना: भारतीय जनता पार्टी विधायक दल के नेता एवं झारखंड के पहले सीएम बाबूलाल मरांडी ने फिर से साहिबगंज जिला प्रशासन एवं हेमंत सरकार पर हमला बोला है। बाबूलाल मरांडी ने इल्जाम लगाया है कि साहिबगंज में भ्रष्टाचार के लिए मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन के विधायक प्रतिनिधि पंकज मिश्रा ने मन मुताबिक अफसरों की नियुक्ति करवाई।
बाबूलाल मरांडी ने साहिबगंज के पूर्व डीएसपी प्रमोद मिश्रा, पुलिस अधीक्षक अनुरंजन किस्पोट्टा एवं उपायुक्त पर गंभीर इल्जाम लगाए हैं। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि प्रशासन एवं सत्ता के गठजोड़ से साहिबगंज मे भ्रष्टाचार हुआ। बाबूलाल मरांडी ने दावा किया है कि उन्हें खबर प्राप्त हुई है कि साहिबगंज के पूर्व डीएसपी प्रमोद मिश्रा एवं मौजूदा एसपी अनुरंजन किस्पोट्टा कभी साथ ही में पीटीसी में तैनात थे। पंकज मिश्रा की कवायद पर पहले प्रमोद मिश्रा साहिबगंज पहुंचे तथा फिर इनके माध्यम से अनुरंजन किस्पोट्टा को साहिबगंज का एसपी बनाया गया। मन मुताबिक उपायुक्त भी हो इसलिए कुछ ही माहों में वहां 3 डीसी का तबादला हुआ। बाबूलाल मरांडी ने कहा कि "साहिबगंज में गैंग बनाकर जो नंगा नाच किया गया उसे प्रवर्तन निदेशालय ने दुनिया को दिखा दिया है।"
अनुराग कश्यप द्वारा डायरेक्टेड बहुचर्चित फिल्म गैंग्स ऑफ वासेपुर का जिक्र करते हुए बाबूलाल मरांडी ने कहा कि सोच रहा हूं कि फिल्म बनाने वाले फिल्मकारों से संपर्क करूं उनसे साहिबगंज पर फिल्म बनाने का अनुरोध करूं। यहां गुंडा, क्रिमिनल, माफिया, पुलिस, प्रशासन और सत्ता के गठजोड़ ने मिलकर दो-ढाई वर्षों में ऐतिहासिक तहलका मचाया है। गौरतलब है कि बाबूलाल मरांडी इससे पहले भी गैंग्स ऑफ साहिबगंज नाम से फिल्म बनाने की बात कहकर झारखंड के सत्ताधारी दल पर तंज कस चुके हैं।
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