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काठमांडु/नेपाल : भूकंप से मची तबाही को लेकर नेपाल में आपातकाल की घोषणा कर दी गई है। भूकंप से मची त्रासदी से 600 से अधिक लोग मौत की नींद सो चुके हैं वहीं लगातार घायलों का आंकड़ा बढ़ता जा रहा है, सरकार आपदा प्रबंधन के कार्य में जुटी है वहीं भारत सरकार की ओर से भी नेपाल को सहायता पहुंचाई जा रही है। आपदा प्रभावित इसी नेपाल में हुई त्रासदी की आपबीती सुनाई योगगुरू बाबा रामदेव ने। भूकंप आने के समय बाबा रामदेव नेपाल में ही थे।
योग गुरू बाबा रामदेव भूकंप में बाल - बाल बच गए। भूकंप में आए तेज़ झटके उन्होंने भी महसूस किए। हालांकि घटना के समय वे एक पांडाल में थे। बाबा के पांडाल से निकलते ही पांडाल गिर गया। अपने अनुभवों को उन्होंने टीवी चैनलों से साझा किया।
बाबा रामदेव ने कहा कि करीब 10 सेकंड में पांडाल नीचे गिर गया, हर ओर से लोगों के चिल्लाने की आवाज़ें आ रही थीं। लोग खून से सने हुए थे। गार्डन में बैठा था। वहां भी जमीन फट गई और जमीन से पानी निकलकर आ गया। उन्होंने कहा कि जीवन में पहली बार इस तरह की तबाही देखी। जो भी हुआ वह बहुत दुखद है।