कोटा : कभी आपने सुना है कि एक बांध के न बन पाने के कारण कई लड़कों की शादी ही रुक जाए. लेकिन, हाँ ये बात सच है कि एक बांध के चलते सात गांव के दो सौ से ज्यादा लड़के कुंवारे रह गए हैं. यह मामला है राजस्थान के कोटा और झालावाड़ से लगे रामगंजमंडी का.
जहां के सात गांवों में पिछले कई सालों से एक बारात भी नहीं आई है. और नहीं शादी की शहनाई बजी है. क्योंकि यहां बने ताकली बांध की वजह से ये सभी गांव डूब क्षेत्र में हैं और जिनका अपना कोई रहने का ठिकाना नहीं रहा उनके यहां कोई अपनी बेटी देगा क्यों?
विकास की क्या कीमत चुकानी पड़ती है ये कोई डूब क्षेत्र के इन गांवों के कुवांरों से पूछे. डूब क्षेत्र में आने वाले सात अलग-अलग गांवों के नौजवान ताकली बांध पर बेकार घूमते नजर आते रहते हैं. उन नौजवानों में अधिकतर की संख्या ऐसी है जिनकी उम्र अब शादी के लायक हो चुकी है तो कुछ की निकल रही है. कई तो ऐसे भी मिल जाएंगे जिनकी शादी की उम्र (गांव के रहन-सहन के मुताबिक) पार भी हो चुकी है लेकिन कोई इनके गांव में अपनी बेटी देने को राजी नहीं हुआ.
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