विएना : तीन वर्षीय सीरियाई बालक एलन कुर्दी की दर्दनाक मौत के बाद उसकी जो तस्वीर प्रकाशित हुई थी उसने हर किसी का ध्यान अपनी और आकर्षित किया था व इसी के तहत अब ऑस्ट्रिया व जर्मनी ने भी इन सीरियाई शरणार्थियों को रहने के लिए अपनी बार्डर को खोल दिया है. शनिवार की सुबह ऑस्ट्रिया के चांसलर वर्नर फेमैन ने इसकी आधिकारिक जानकारी दी, व इसके लिए सुबह ही शरणार्थियों से भरी प्रथम बस हंगरी-ऑस्ट्रिया के बॉर्डर पर पहुंचीं. जब शरणार्थियों से भरी यह बस बार्डर पर पहुंची तो वहां की लोकल पब्लिक ने इन का दिल खोलकर स्वागत करते हुए इन्हे पानी की बोतल व खाने के लिए फल फ्रूट दिए, उस वक्त इन शरणार्थियों ने भी सीमा पर 'थैंक्यू ऑस्ट्रिया' चिल्लाना शुरू कर दिया, तथा इस दौरान यह शरणार्थी अपने नए ठिकाने पाकर काफी प्रसन्न दिखाई दिए.
इस दौरान बस के ऑस्ट्रिया पहुंचने पर एक सीरियाई शरणार्थी जिसका नाम अयाज मोराद है उसने कहा की यहां के लोग व सरकार काफी अच्छे है जिन्होंने हमे यहां आश्रय दिया. ऑस्ट्रिया के बर्गेनलैंड प्रांत पुलिस के चीफ हैंस पीटर डोस्कोजिल ने अपने बयान में कहा है की हंगरी हमे इन शरणार्थियों के लिए सीमा में घुसने नही दे रहा है.
इसी के तहत सीरियाई शरणार्थियों के लिए ऑस्ट्रिया में बॉर्डर टाउन निकेल्सडॉर्फ से विएना तक के लिए दो महर्वपूर्ण स्पेशल ट्रेने चलाई है. तथा इन्ही ट्रेनों के द्वारा उन्हें जर्मनी भी भेजा जा रहा है. रेडक्रास सोसायटी के प्रवक्ता थॉमस होरवाथ ने कहा है की हमने इन शरणार्थियों के लिए सोने व खाने पीने की व्यवस्था कर रहे है व साथ साथ समय रहते इनके लिए मेडिकल सुविधा भी मुहैया कराई जाएगी. माना जा रहा है ऑस्ट्रिया में अब तक करीब दो हजार सीरियाई शरणार्थी पहुंच चुके है. तथा इनके और भी बड़ी तादाद में पहुंचने की प्रबल संभावना है.