इस चावल को नहीं है पकाने की जरुरत, मिला GI टैग
इस चावल को नहीं है पकाने की जरुरत, मिला GI टैग
Share:

दिसपुर : भारत के उत्तर-पूर्वी राज्य असम में एक ऐसी अनोखी फसल पाई गई है जिसे खाने के लिए आपको पकाने की जरुरत भी नहीं होगी.  यह फसल पाई गई है असम में असम में एक खास किस्म का चावल पाया गया है. इस चावल को अब आई (जियॉग्राफिकल इंडिकेशंस) टैग मिल गया है. बता दें कि  इस चावल को पकाने के लिए किसी भी तरह के गैस,आग या बिजली की जरुरत नहीं होती है. दरअसल इस चावल को सामान्य तापमान पर पानी में भिगो देने से ही यह चावल खाने के लिए तैयार हो जाता है.

SC/ST एक्ट : मध्य प्रदेश में बंद, बिहार में ट्रेने रोकी, जहानाबाद में तोड़फोड़

असम से मिले इस चावल को बोका चाउल या असमिया मुलायम चावल या असमिया भाषा में ओरीजा सातिवा नाम से जाना जाता है. चावल की इस खास और अनोखी किस्म को जीआई टैग मिलने के बाद इस पर राज्य का क़ानूनी अधिकार हो गया है. इस खास चावल की खेती असम के  नलबारी, बारपेटा, गोलपाड़ा, बक्सा, कामरुप, धुबरी, कोकराझर और दररंग जिलों में की जाती है.

उत्तर प्रदेश में बारिश का तांडव, 14 लोग मृत 2000 बीघा जमीन जलमग्न

इस खास चावल को सर्दियों के समय में बोया जाता है. बता दें कि यह चावल 17वीं सदी का माना जाता है. इस तरह की कई कहानी सामने आई है जिसमे बताया जाता है कि  मुगल सेना से लड़ने वाले अहोम सैनिक युद्ध के समय इसी चावल का सेवन करते थे. असम में इस चावल को दही, गुड़, दूध, चीनी आदि के साथ खाते हैं.

खबरे और भी...

LGBTOI: वो सेलेब्स और नेता जिन्होंने खुलकर माना कि वो समलैंगिक हैं

मॉब लीचिंग की एक और घटना, मात्र मंदिर में लगे गुब्बारे को छूने पर लड़के की पीट-पीट कर हत्या

SC/ST एक्ट : बिहार में टायर जलाये, मध्य प्रदेश में ड्रोन से निगरानी

 

 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
Most Popular
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -