कोरोना संक्रमण और लॉकडाउन के बीच असम के तिनसुकिया जिले में बागजान स्थित ऑयल इंडिया लिमिटेड के तेल के कुएं से गैस रिसाव को लेकर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष रिपुन बोरा ने मंगलवार को केंद्रीय पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्री धर्मेंद्र प्रधान को एक पत्र लिखकर तत्काल हस्तक्षेप करने के लिए कहा. उन्होंने इस पत्र में स्थिति पर नियंत्रण पाने के लिए पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस मंत्रालय द्वारा तत्काल हस्तक्षेप करने और स्थिति को नियंत्रित करने के लिए विशेषज्ञ टीम की तैनाती मांग की.
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अपने बयान में रिपुन बोरा ने पत्र में कहा है कि यह रिसाव पिछले 14 दिनों से लगातार जारी है, जिससे क्षेत्र के आसपास रहने वाले लोगों में दहशत का माहौल है. लोगों के जीवन और संपत्ति को लेकर खतरा पैदा हो गया है. इसके अलावा प्राकृतिक गैस के रिसाव ने कृषि के बड़े क्षेत्र को नुकसान पहुंचाया है, नदी के पानी को दूषित किया है और गंभीर वायु प्रदूषण का कारण बन गया है. बता दे पत्र में बोरा ने आरोप लगाया कि न तो धर्मेंद्र प्रधान और न ही पेट्रोलियम मंत्रालय के किसी वरिष्ठ अधिकारी ने घटनास्थल का दौरा किया. उन्होंने कहा कि यह बहुत ही आश्चर्यजनक और दुर्भाग्यपूर्ण है कि अब तक न तो आपने और न ही पेट्रोलियम मंत्रालय के किसी वरिष्ठ अधिकारी ने इस स्थिति का जायजा लेने के लिए मौके का दौरा किया. इस तथ्य के बावजूद कि यह घटना दुनिया भर में एक गंभीर चिंता का विषय है.
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इसके अलावा बोरा ने आगे पत्र में कहा, 'मैं आपसे अनुरोध करता हूं कि आप अपने मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ घटनास्थल का दौरा करें. इस घटना के कारण क्षेत्र के सभी प्रभावित व्यक्तियों को पर्याप्त मुआवजा देने के लिए ऑयल इंडिया लिमिटेड को निर्देश दें.'वही, कुएं से पिछले 14 दिनों से गैस का अनियंत्रित रिसाव हो रहा था और मंगलवार को आग लग गई. दोपहर बाद लगी आग इतनी भयंकर थी कि इसे दो किलोमीटर से अधिक की दूरी से देखा जा सकता था.
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