पटना: मोदी सरकार में स्वास्थ्य राज्य मंत्री और बक्सर संसदीय सीट से सांसद अश्विनी चौबे ने शनिवार को कहा है कि केंद्रीय आयुष मंत्रालय काफी गंभीरतापूर्वक गौमूत्र से दवाई बनाने और कैंसर का उपचार करने पर काम कर रही है. उन्होंने यह भी कहा है कि सरकार गाय के संरक्षण और संवर्धन के लिए कार्य कर रही है.
प्रेस वालों से बात करते हुए उन्होंने कहा है कि, 'विभिन्न तरह की दवाईयों में गौमूत्र का उपयोग किया जाता है. यहां तक कि गौमूत्र का प्रयोग कैंसर जैसी बिमारियों के इलाज में भी किया जा रहा है.' साथ ही उन्होंने कहा इसमें देशी गायों के गौमूत्र का अधिक उपयोग किया जाता है. अश्विनी चौबे ने ये बातें तमिलनाडु के कोयम्बटूर में कही. यहां चौबे ने कहा कि, 'डायबिटीज और कैंसर जैसी बीमारी पूरी दुनिया के लिए आज चैलेंज बन गई गई है. हम यह तो दावा नहीं कर सकते हैं कि इसे हम जड़ से मिटा देंगे, किन्तु हम इसे कंट्रोल कर सकते हैं. भारत सरकार ने 2030 तक इसके लिए समय सीमा तय किया है.'
स्वास्थ्य राज्य मंत्री ने कहा कि स्वास्थ्य मंत्रालय प्रधानमंत्री जनआरोग्य योजना यानी आयुष्मान भारत के तहत कैंसर के उपचार को शामिल करने के बारे में सोच रही है. चौबे ने बताया है कि आयुर्वेद, योगा व प्राकृति चिकित्सा, यूनानी, सिद्धा एवं होम्योपैथी (आयुष) मंत्रालय वैकल्पिक दवाईयों पर रिसर्च करती रहती है.
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