नई दिल्ली : आसाराम के खिलाफ कई आरोप लगने के बाद भी उनकी भक्तों की अंधश्रद्धा उन पर से अब तक खत्म नहीं हुई। रविवार को उनके समर्थक झंडा-बैनर लेकर पार्लियामेंट पुलिस स्टेशन के बाहर जमकर हंगामा मचाने पहुंच गए और थाने के बाहर जमकर पथराव किया।
वो आसाराम की रिहाई की मांग कर रहे थे। आसाराम बीते कई महीनों से एक नाबालिग लड़की के साथ दुष्कर्म के आरोप में सजा काट रहे है। प्रदर्शनकारियों ने थाने के बाहर खड़ी पुलिस के वाहनों को भी तोड़ दिया। पथराव में सात पुलिस कर्मी भी घायल हो गए।
इस पथराव में आसाराम के कई समर्थक भी घायल हुए। आसाराम ने 13 मई को नियमित सुनवाई के दौरान कोर्ट से बाहर आते हुए कहा था कि कानून अंधा है। कानून को अंधा बताते हुए आसाराम ने कहा था कि ये किसी को भी जेल भेज सकते है। केवल एक लड़की के कुछ कह देने के कारण इतने लोगों को परेशान किया जा रहा है।
आसाराम ने कहा कि वो दर्जनों बीमारियों से ग्रस्त हैऔर उन्हें स्पेशल ट्रीटमेंट की जरुरत है। अपनी स्थिति को दिन प्रतिदिन खराब होने का दावा करते हुए बाबा ने संवाददाताओं से कहा कि मैं आपसे बात करना चाहता हूं, लेकिन बीमार हूं।
आसाराम के छिंदवाड़ा स्थित गुरुकुल की एक नाबालिग लड़की ने आरोप लगाया था कि उन्होंने जोधपुर के नजदीक अपने आश्रम में उसका यौन उत्पीड़न किया। लड़की की शिकायत के बाद जोधपुर पुलिस ने 31 अगस्त 2013 को आसाराम को गिरफ्तार किया और तब से वह जेल में हैं।