नई दिल्ली: नाबालिग से यौन शोषण के केस में आजीवन कारावास की सजा काट रहे आसाराम ने जल्द सुनवाई के लिए उच्च न्यायालय में अर्जी दायर की थी। अब उच्च न्यायालय के जस्टिस संदीप मेहता और रामेश्वर व्यास की खंडपीठ ने आसाराम की याचिका को स्वीकार कर लिया है। याचिका में आसाराम ने अपनी 80 वर्ष की आयु का हवाला देते हुए शीघ्र सुनवाई करने की मांग की है।
दरअसल, आसाराम जल्द से जल्द जेल से बाहर आना चाह रहा है। यह तभी संभव है, जब अधीनस्थ अदालत के फैसले के खिलाफ हाईकोर्ट में दाखिल अपील पर शीघ्र सुनवाई पूरी हो। अब जनवरी के तीसरे हफ्ते में उसकी अपील पर सुनवाई शुरू होगी। अदालत ने सोमवार को ही बहस का प्रस्ताव दिया था, मगर उस दिन आसाराम के वकील तैयार नहीं थे। बता दें कि एससी-एसटी अदालत ने 25 अप्रैल 2018 को यौन उत्पीड़न के केस में आसाराम को दोषी ठहराते हुए उम्रकैद की सजा सुनाई थी। फैसले को आसाराम ने उसी साल उच्च न्यायालय में चुनौती दी थी। अब उस अपील पर जल्द सुनवाई कराने के लिए उसकी तरफ से अर्जी दी गई।
आसाराम की तरफ से वीसी (वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग) के माध्यम से वकील प्रदीप चौधरी ने पैरवी की और कहा कि 2013 से आसाराम जेल में है और उसकी उम्र लगभग 80 साल है। उसकी उम्र के मद्देनज़र अपील पर जल्द सुनवाई की जाए। खंडपीठ ने भी आसाराम की उम्र देखते हुए अपील पर जल्द सुनवाई की अर्जी को मंजूर कर लिया।
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