नई दिल्ली : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप द्वारा एक बार फिर से कश्मीर मसले पर मध्यस्थता का राग अलापा गया है. ट्रंप द्वारा मंगलवार को कहा गया था कि कश्मीर का मामला बेहद ही जटिल है. भारत-पाकिस्तान के बीच हालात काफी विस्फोटक हैं. ट्रंप के इस बयान पर एमआईएम प्रमुख ओवैसी द्वार अब नाराजगी जाहिर करते हुए कहा गया है कि वह बेगानी शादी में दीवाने हो रहे हैं. साथ ही ओवैसी ने सवाल उठाते हुए कहा है कि कश्मीर मसले पर ट्रंप मध्यस्थता क्यों करेंगे? उनके मुताबिक़, "क्या अमेरिका चौधरी है जो इस मसले पर मध्यस्थता करेगा."
न्यूज एजेंसी एएनआई की माने तो, असदुद्दीन ओवैसी ने कहा है कि, "हम शुरुआत से ही कह रहे हैं कि कश्मीर एक द्विपक्षीय मामला है. भारत का कश्मीर मामले पर हमेशा ही साफ रुख रहा है और आगे उन्होंने कहा कि इसके बावजूद पीएम मोदी को अमेरिकी राष्ट्रपति ट्रंप को कॉल करने की क्या जरूरत थी और उन्होंने इसकी शिकायत भी उनसे क्यों की."
दरअसल, बात यह है कि ट्रंप द्वारा व्हाइट हाउस में पत्रकारों के एक सवाल के जवाब में कहा गया था कि, "वह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के समक्ष इस सप्ताह के अंत मे यह मुद्दा उठाएंगे." खास बात यह है कि पिछले कुछ सप्ताहों में यह तीसरा मौका है कि जब ट्रंप द्वारा कश्मीर मसले पर मध्यस्थता की पेशकश की गई है और उधर, हर बार भारत द्वारा मध्यस्थता की पेशकश को ठुकराया गया है.
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