नई दिल्ली : हमेशा मोदी सरकार की भर्त्सना करने वाले ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्तेहादुल मुसलमीन (एमआईएम) प्रमुख और हैदराबाद से सांसद असदुद्दीन ओवैसी मोदी सरकार के एक फैसले से बेहद खुश है। ओवैसी इस बात से खुश है कि देश में पहला इस्लामिक बैंक खुलने जा रहा है।
ओवैसी ने ट्वीट कर कहा कि सरकार का अच्छा कदम... यह न केवल मुस्लिमों के लिए बल्कि इससे इँफ्रांस्ट्रक्चर प्रोजेक्ट में भी वृद्धि होगी और खराब कर्ज की प्रक्रिया से मुक्ति मिलेगी। जेद्दाह के पहले इस्लामिक डेवलपमेंट बैंक (आईडीबी) गुजरात में खुलने जा रहा है।
रिपोर्टस की माने तो इस बैंक के 56 इस्लामिक देश सदस्य है। यह गुजरात को सोशल सेक्टर में किए जा रहे कामों के तहत 30 मेडिकल वैन भी देगा। यह बैंक सरिया कानून के तहत काम करेगा। बैंक का मकसद उसके सदस्य देशों की अर्थव्यवस्था और सामाजिक विकास के लिए काम करना है।
पीएम मोदी के अप्रैल में किए गए यूएई दौरे के दौरान, भारत की एक्सिस बैंक ने आईडीबी के साथ एमओयू पर हस्ताक्षर किए थे। जिसके तहत यह शाखा खुल रही है। आईडीबी ने ग्रामीणों में चिकित्सा सेवा के लिए राष्ट्रीय संस्थान कौशल और शिक्षा के साथ 55 मिलियन की संधि पर भी हस्ताक्षर किया है।
साथ ही बैंक द्वारा 350 मेडिकल वैन भारत को दी जाएगी, जो मोबाइल क्लिनिक का भी काम करेंगी। पहले चरण में 30 वैन गुजरात के छोटा उदेपुर, नर्मदा और भरुच के आदिवासी इलाकों को मिलेगी।