लखनऊ: AIMIM चीफ और हैदराबाद के लोकसभा सांसद असदुद्दीन ओवैसी ने आज शुक्रवार को सोशल मीडिया पर वायरल हो रही अपने एक वीडियो क्लिप पर सफाई देते हुए कहा कि इस विवाद का मकसद ‘हेट स्पीच सभा’ से ध्यान भटकाना है। असदुद्दीन ओवैसी ने कहा कि, 'कानपुर में मेरे 45 मिनट के भाषण में से एक मिनट का वीडियो प्रसारित किया जा रहा है। भाषण में मैं कानपुर में पुलिस के अत्याचारों के बारे में बात कर रहा था। हमारी चुप्पी को हमारी सहमति न मानें।'
गिद्धों के कोसने से गाएँ नहीं मरती ओवैसी साहब, ताकत तो प्रभु राम ने दिखा दी है अपनी, भोलेनाथ ने दिखा दी है अपनी, कोई भी गलती की तो “गिद्धों” का भरपूर इलाज होगा इस बार !! pic.twitter.com/HNC73fQbj6
— Shalabh Mani Tripathi (@shalabhmani) December 23, 2021
दरअसल, हरिद्वार में हाल ही में आयोजित तीन दिवसीय धार्मिक सम्मेलन में हिंदू नेताओं द्वारा कथित तौर पर दी गई हेट स्पीच के भाषणों के बीच कई भाजपा नेताओं ने शुक्रवार को ओवैसी का यह वीडियो सोशल मीडिया पर शेयर किया। हरिद्वार में दिए भड़काऊ भाषणों के वीडियो वायरल होने के बाद उत्तराखंड में एक FIR दर्ज की गई है। विवाद बढ़ने पर ओवैसी ने अपना वीडियो पोस्ट पर पूरे मामले पर सफाई पेश की है।
वायरल हो रहे वीडियो में ओवैसी कह रहे हैं कि, 'मैं पुलिस वालों को बता देना चाहता हूँ कि वो याद रखें कि न तो योगी हमेशा CM नहीं रहेंगे और न ही मोदी हमेशा PM रहेंगे। हम मुस्लिम वक़्त को देख कर चुप हैं, लेकिन ध्यान रहे कि हम कुछ भूलने वाले नहीं हैं। हमें तुम्हारा अन्याय याद रहेगा। अल्लाह अपनी ताकत से तुम्हे तबाह करेगा। इंशाल्लाह हम याद रखेंगे और वक़्त भी बदलेगा। तब तुम्हे बचाने कौन आएगा जब योगी अपने मठ और मोदी हिमालय में चले जाएँगे? याद रहे, हम नहीं भूलने वाले।' असदुद्दीन ओवैसी का यह विवादित बयान 12 दिसंबर को कानपुर की एक सभा में दिया गया बताया जा रहा है। इस बयान पर अभी तक कोई प्राथमिकी दर्ज नहीं की गई है।
'समाजवादी इत्र' से फैली भ्रष्टाचार की बू, IT के छापे में मिले 150 करोड़ कैश.. अखिलेश ने किया था लॉन्च
हरीश रावत ने पहले भी कहा था- चुनाव नहीं लडूंगा, लेकिन फिर लड़े: हरक सिंह रावत
यूपी चुनाव: SP-RLD की संयुक्त रैली में शामिल नहीं होंगे अखिलेश यादव, सामने आई बड़ी वजह