होशंगाबाद : भारत अब तक नोटों की छपाई के लिए कागज आयात करता था, लेकिन अब नोटों की छपाई देसी भारत में बने कागज से ही होगी. इसके लिए शनिवार को वित्तमंत्री अरुण जेटली होशंगाबाद पहुंचे. यहाँ उन्होंने होशंगाबाद के प्रतिभूति कारखाने में 'न्यू बैंक नोट पेपर लाइन' का उद्धाटन किया. यहाँ पर नोट बनाने के लिए कागज की पहली खेप तैयार हो गई है और इन्हे छपाई के लिए करेंसी नोट प्रेस नासिक भेज दिया गया है. वित्त मंत्रालय के अनुसार पहले खेप पर 1000 रुपए के नोटों की छपाई होगी.
बता दे कि न्यू बैंक नोट पेपर लाइन हर साल करीब 6 हजार मिट्रिक टन कागज का उत्पादन करेगी. इस फैक्टरी में अत्याधुनिक सुरक्षा सिस्टम लगे हुए है. इससे पर्यावरण प्रदूषित नहीं होगा और यहाँ कम कागज और बिजली में ही कागज बनाया जाएगा. बता दे कि अब तक कागज बाहर से आयात किया जाता था. इसके लिए 2013-14 में 1688.21 करोड़ रुपए खर्च किए गए थे.
बता दे कि इस योजना का शिलान्यस दिसंबर 2011 में तत्कालीन वित्त मंत्री प्रणब मुखर्जी ने किया था. इसे बनाने में करीब 495 करोड़ रुपए का खर्च आया है. इससे पहले वित्तमंत्री के मध्यप्रदेश आगमन पर मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान, स्वास्थ्य मंत्री डॉ. नरोत्तम मिश्रा, महापौर आलोक शर्मा, सांसद आलोक संजर, विधायक विश्वास सारंग, विधायक रामेश्वर शर्मा सहित कई कार्यकर्ताओं ने उनका स्वागत किया.