उज्जैन: सिंहस्थ 2016 का तीसरा शाही स्नान और अंतिम स्नान आज शनिवार को होने से बड़े पैमाने पर श्रद्धालु पुण्य कमाने उमड़ रहे हैं। हालात ये है कि अमृत बूंदों का स्पर्श करने के लिए देर रात्रि तक ही करीब 50 लाख श्रद्धालु नदी में डुबकी लगाने उतरे। आस्थावानों की आस्था सैलाब बनकर शिप्रा तट पर उमड़ रही है। स्थिति यह है कि वाहनों का लंबा कारवां उज्जैन की सीमावर्ती सड़कों पर नज़र आया। हालात ये रहे कि इंदौर - उज्जैन स्टेट हाईवे पर निनौरा में बने टोल नाक से नानाखेड़ा तक वाहनों का लंबा जाम लगा रहा। यहां पर वाहन चालकों को जाम में करीब 3 घंटे का समय लग गया।
ऐसे में वाहनों को इंजीनियरिंग कॉलेज के सैटेलाईट टाउन पर वाहनों को रोक दिया गया। ऐसे ही हालात मक्सी, आगर, देवास, बड़नगर, नागदा - उन्हेल मार्ग पर भी रहे। तड़के 3 बजे जूना अखाड़े के साधु - संतों ने स्नान कर अमृत बूंदों का स्पर्श किया। जूना अखाड़े के पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर श्री स्वामी अवधेशानंद जी के डुबकी लगाने के ही साथ सैकड़ों नागा साधु हर - हर महादेव की गूंज करते हुए नदी में कूद पड़े।
ऐसे में उन्होंने अपनी जटाओं को खोला तो किसी ने अपने धर्मदंड के साथ नदी में डुबकी लगाई। इसके बाद एक एक अखाड़े का स्नान क्रम से चलता रहा। रामघाट व दत्त अखाड़ा घाट पर साधुओं का स्नान होने के अलावा अन्य घाटों पर आम श्रद्धालुओं ने स्नान किया। सिंहस्थ के स्नान के लिए पहुंची केंद्रीय मंत्री और साध्वी उमा भारती का काफिला तक राम घाट पर अटक गया। जाम में करीब दो घंटे तक उनका काफिला फंस गया। उन्हें जैसे तैसे आगे तक पहुंचाया गया।