विशाखापत्तनम: आंध्र प्रदेश के विजयवाड़ा स्थित प्रसिद्ध इंद्रकीलाद्री मंदिर में नए साल से श्रद्धालुओं के लिए ड्रोस कोड लागू किया जा रहा है. मंदिर की कार्यकारी अधिकारी कोटेश्वरम्मा ने सोमवार को बताया है कि, हर श्रद्धालु को ड्रेस कोड मानदंड का पालन करना पड़ेगा. उन्होंने कहा कि महिलाओं को साड़ी, लहंगा और ब्लाउज या कुछ पारंपरिक पोशाक पहन कर मंदिर आना होगा.
बाजार में बढ़त के साथ हुई इस सप्ताह की शुरुआत
एक दिलचस्प बात यह भी है कि कुछ रुपये देकर आप मंदिर से पोशाक भी ले सकते हैं. कोटेश्वरम्मा ने जानकारी देते हुए बताया है कि, 'जो लोग इस मानदंड से अनजान हैं, उन्हें हमारा स्टाफ 100 रुपये में अम्मा साड़ी प्रदान करेगा. हम मंदिर परिसर में ड्रेस-चेंजिंग रूम की भी व्यवस्था कर रहे हैं. मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार मंदिर में जो कपड़े प्रतिबंधित किए हैं, उनमें बरमूडा, शॉर्ट्स, मिनी स्कर्ट्स, लो वेस्ट जींस और शॉर्ट-लेंथ टी-शर्ट्स, मिडीज और स्लीवलैस टॉप्स जैसी पोशाखे शामिल हैं. बताया जा रहा है कि नियमित तौर पर लगभग 25 हजार श्रद्धालु मंदिर में दर्शन करने के लिए आते हैं.
गुजरात में दो ट्रकों के ने मारी एसयूवी को टक्कर, एक ही परिवार के 10 लोगों की मौत
आपको बता दें कि इस मंदिर को कनक दुर्गा मंदिर के नाम से भी पहचाना जाता है, चूंकि यह मंदिर विजयवाड़ा में कृष्णा नदी के किनारे इद्रकीलाद्री पहाड़ी पर स्थित है इसलिए इसे इंद्रकीलाद्री मंदिर के नाम से भी जाना जाता है. यह देवी दुर्गा का मंदिर है. बताया जाता है कि मंदिर काफी प्राचीन है.
खबरें और भी:-
हैंडसेट संबंधी नियमों को कड़ाई से लागू कराने पर सरकार कर रही है विचार
बैंक ऑफ़ इंडिया में इतने करोड़ का निवेश करेगी सरकार
दो दिन तक दिल्ली के रामलीला मैदान में चलेगा पीएमओ. ये है इसकी वजह