विशाखापत्तनम: कोरोना वायरस के मामले बढ़ने के कारण आंध्र प्रदेश सरकार ने दोबारा घर-घर जाकर सर्वे कराने का निर्णय लिया है. आंध्र प्रदेश के सीएम वाईएस जगन मोहन रेड्डी ने बुधवार को हाई लेवल मीटिंग में स्थिति की समीक्षा की. सीएम रेड्डी ने स्वास्थ्य अधिकारियों को पूरे राज्य में घर-घर जाकर वॉलन्टियर्स के जरिए सर्वे कराने का निर्देश दिया है.
इसके साथ ही इस प्रक्रिया को गुरुवार तक पूरा करने को कहा है. बता दें कि आंध्र में साढ़े चार लाख विलेज वॉलन्टियर्स हैं, जो वाईएसआर कांग्रेस पार्टी के प्रदेश की सत्ता में आने के बाद से एक्टिव हैं. इस बीच आंध्र में विपक्षी तेलुगु देशम पार्टी (TDP) के विधायकों ने अपना एक-एक महीने का वेतन मुख्यमंत्री राहत कोष में देने की घोषणा की है. इससे पहले आंध्र में साढ़े चार लाख विलेज वॉलन्टियर्स ने घर-घर जाकर उन लोगों का पता लगाया था, जो हाल में विदेश यात्रा से भारत आए थे. किन्तु अब जगन सरकार ने नागरिकों का डेटा एकत्रित करने के लिए सभी घरों का सर्वे कराने का फैसला लिया है.
सीएम रेड्डी ने कहा कि, “सर्वे के परिणाम के आधार पर बेहतर एहतियाती कदम उठाए जाएंगे और कोरोना वायरस पर प्रभावी नियंत्रण के लिए जो भी मुमकिन होंगे वो कदम उठाए जाएंगे. लोगों से आग्रह है कि वो लॉक़डाउन का पालन करते हुए अपने घरों में ही रहें.” बता दें कि आंध्र प्रदेश में मंगलवार शाम तक आठ पॉजिटिव मामले सामने आ चुके थे.
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