अमृतसर: पंजाब के अमृतसर में हुए दर्दनाक ट्रे्न हादसे में 61 लोगों की मौत हो गई थी, उसके बाद इस मामले में स्पेशल एग्जेक्युटिव मजिस्ट्रेट ने पंजाब के मंत्री नवजोत सिंह सिद्धू और उनकी पत्नी नवजोत कौर को क्लीन चिट दे दी है. सूत्रों के अनुसार जालंधर के डिविजनल कमिश्नर बी पुरुषार्थ ने इस मामले में दोनों की क्लीन चिट दी है. इससे पहले, दशहरे के दिन रावणदहन कार्यक्रम में नवजोत सिंह सिद्धू की पत्नी नवजोत कौर यहां मुख्य अतिथि के रूप में पधारीं थीं, इस दौरान कार्यक्रम स्थल के पास रेल की पटरी पर खड़े लोगों को तेज रफ्तार ट्रेन ने कुचल दिया था, जिसमे 61 लोगों की मौत हो गई थी.
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सूत्रों के हवाले से पता चला है कि इस मामले की मजिस्ट्रेट जांच में कांग्रेस नेता के बेटे को दोषी करार दिया गया है, जिसने यह कार्यक्रम आयोजित किया था. रिपोर्ट में बताया गया है कि दशहरा कमिटी के अध्यक्ष सौरभ को कार्यक्रम के दौरान सुरक्षा के इतंजाम करने चाहिए थे. जांच रिपोर्ट में सिद्धू को क्लीन चिट मिल गई है क्योंकि वह हादसे के दिन अमृतसर में थे ही नहीं, जबकि उनकी पत्नी कार्यक्रम के दौरान मुख्य अतिथि बनी थी, इसलिए उन्हें इस हादसे के लिए दोषी नहीं ठहराया जा सकता है क्योंकि अतिथियों को जिस भी कार्यक्रम में बुलाए जाते हैं वे जाते हैं.
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मजिस्ट्रेट ने अपनी रिपोर्ट में अमृतसर के स्थानीय प्रशासन पर सवाल उठाते हुए कहा है कि उन्हें इस बात की पुष्टि करनी चाहिए थी कि कार्यक्रम के लिए सुरक्षा इंतजाम किए गए हैं या नहीं, या फिर कार्यक्रम के दौरान लोगों की जान को कोई खतरा तो नहीं है. आयोजकों ने प्रशासन से अनुमति ले ली थी, जिसमे कहा गया था कि आयोजकों को स्थानीय निकाय से भी इज़ाज़त लेनी होगी, लेकिन आयोजक ने ऐसा नहीं किया, रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रशासन की जिम्मेदारी यहीं खत्म नहीं होती, प्रशासन को यह भी सुनिश्चित करना चाहिए था कि इस जगह पर कार्यक्रम की अनुमति दी भी जा सकती है या नहीं.
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