वॉशिंगटन : करीब 70 साल पहले अमेरिका द्वारा जापान के दो शहरों हिरोशिमा और नागासाकी पर किए गए परमाणु हमले के मामले में अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा ने जापान को साफ-साफ शब्दों में कह दिया है कि वो इसके लिए माफी नहीं मांगेंगे। रविवार को ओबामा ने कहा कि उनके दौरे से दोनों देशों के रिश्ते जरुर दोस्ताना होंगे। ओबामा ने कहा कि इस यात्रा के दौरान परमाणु बम हमलों को लेकर कोई माफी नहीं मांगी जाएगी।
ओबामा ऐसे पहले अमेरिकी राष्ट्रपति होंगे जो जापानी पीएम शिंजो आबे के साथ परमाणु हमले के शिकार हुए हिरोशिमा शहर जाएंगे। जापान के नेशनल ब्रॉडकास्टर एनएचके को दिए इंटरव्यू में ओबामा ने कहा कि संघर्ष के दौरा में कई बार नेताओं को रुखे फैसले लेने पड़ते है। उन्होंने कहा कि यह पहचान करना जरूरी है कि युद्ध के बीच में नेताओं को हर तरह के फैसले लेने पड़ते हैं और यह इतिहासकारों का काम है कि वह सवाल करें और जांच करें।
बता दें कि 6 अगस्त 1945 को हिरोशिमा पर परमाणु बम से हमला हुआ था। उस दौरान हजारों लोगों की मौत हुई थी, लेकिन साल खत्म होते-होते मरने वालों की संख्या डेढ़ लाख के करीब पहुंच गई थी। 9 अगस्त को नागासाकी पर परमाणु हमला किया गया, इसके 6 दिन बाद जापान ने घुटने टेक दिए थे।