न्यूयाॅर्क : भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जब वर्ष 2015 में सिलिकाॅन वैली गए तो अमेरिका सरकार ने उसकी व्यापक तैयारियां की हुई थीं। दरअसल अमेरिका के लिए भी भारत के प्रधानमंत्री की यह यात्रा महत्वपूर्ण थी, जिसके अनुसार प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दौरे को सफल बनाने की बात कही। विकीलीक्स की ओर से जारी हुई जानकारी जिसमें क्लिंटन कैंपेन शीर्षक से बात कही गई है।
दरअसल इसके अध्यक्ष जाॅन पोडेस्टा के ईमेल से इस बारे में जानकारी मिली कि पोडेस्टा ने ईमेल संदेश भेजा था जिसमें मोदी की यात्रा को सफल बनाने के लिए उनकी सलाह ली गई थी। इस संदेश में यह जानने की इच्छा जताई गई थी कि उर्जा संरक्षण को लेकर आयोजित कार्यक्रम में अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति बिल क्लिंटन पीएम मोदी के साथ भागीदारी कर सकते हैं।
पोडेस्टा को 12 अगस्त को भेजे गए ईमेल संदेश में निशा ने कहा था कि सिलिकाॅन वैली दौरे के लिए भारत सरकार को दो थीम पर बेहद पसन्द थी। इस मामले में यह बात सामने आई कि यह एक डिजिटल इकोनाॅमी है। जहां पर कहा गया है कि भारत में गूगल द्वारा किए जाने वाले निवेश की बातों से भागीदारी की घोषणा होगी। दूसरा फोकस पर्यावरणोन्मुखी ऊर्जा पर है। यहां, भारतीय पीएम टेस्ला जाना चाहते हैं और सौर ऊर्जा के लिए अपनी बैटरी भंडारण प्रणाली पर केन्द्रित भारत के साथ टेस्ला भागीदारी या उद्यम पर होगा।
इस दौरान विदेश मंत्री जान कैरी या उर्जा मंत्री अर्नेस्ट मोनिज के कैलीफोर्निया जाने की योजना भी बनाई गई थी, लेकिन चीनी राष्ट्रपति शी चिनफिंग की यात्रा और संयुक्त राष्ट्र महासभा सम्मेलन की समयतालिका के कारण स्थिति जटिल हो गई थी।