वाशिंगटन: खालिस्तानी समर्थक संगठन ‘वारिस पंजाब दे’ के मुखिया के खिलाफ सुरक्षा एजेंसियों की कार्रवाई के बाद ब्रिटेन और अमेरिका में खालिस्तानियों ने जमकर उत्पात मचाया था। इसके बाद वहाँ रहने वाले भारतीयों ने तिरंगा यात्रा निकालकर हिंदुस्तान के प्रति एकजुटता दर्शाई। अमेरिका के सैन फ्रांसिस्को में भारतीय-अमेरिकी समुदाय के लोगों ने शुक्रवार (24 मार्च) को भारत के वाणिज्य दूतावास के आगे एक शांति रैली निकाली। बता दें कि, इस सप्ताह के शुरू में वाणिज्य दूतावास के बाहर खालिस्तानियों ने तोड़फोड़ मचाई थी और खालिस्तान समर्थक नारे लगाए थे।
#WATCH | United States: Indians gather outside the Indian consulate in San Francisco in support of India's unity pic.twitter.com/tuLxMBV3q0
— ANI (@ANI) March 25, 2023
रिपोर्ट के अनुसार, खालिस्तान समर्थकों ने पुलिस की तरफ से लगाए गए अस्थायी सुरक्षा अवरोधकों को तोड़ दिया था। यही नहीं वाणिज्य दूतावास परिसर में खालिस्तानी ध्वज भी लगा दिए थे। हालाँकि, दूतावास के कर्मियों ने इन झंडों को फ़ौरन ही हटा दिया था। इस घटना के विरोध में बड़ी तादाद में भारतीय-अमेरिकी लोगों ने सैन फ्रांसिस्को और उसके आसपास तिरंगा झंडा फहराया। जिस वक़्त भारतीय लोग, तिरंगा यात्रा निकाली गई, उस वक़्त वहाँ कुछ अलगाववादी खालिस्तानी भी मौजूद थे। वहाँ किसी प्रकार की अप्रिय घटना ना हो, इसके लिए बड़ी तादाद में पुलिस तैनात थी। इस दौरान कुछ अलगाववादी सिखों ने खालिस्तान के समर्थन में नारेबाजी भी की। वहीं, बड़ी तादाद में पहुँचे लोगों ने ‘वंदे मातरम’ के नारे लगाए और अमेरिका के झंडे के साथ-साथ तिरंगा लहराया।
बता दें कि वाणिज्य दूतावास में खालिस्तानियों के हमले के बाद भारत ने दिल्ली में अमेरिकी राजदूत को तलब कर सख्त विरोध दर्ज कराया था। विदेश मंत्रालय ने कहा था कि अमेरिका की सरकार को ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति रोकने के लिए कड़े उपाय करने चाहिए।
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