इस्लामाबाद : अमेरिका की राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार सूसैन द्वारा पाकिस्तानी नेताओं और प्रशासन से उसके क्षेत्र में मौजूद आतंकी ठिकानों पर हमला करने और आतंक के विरूद्ध कार्रवाई करने को कहा गया था। अमेरिका की ओर से इस मसले पर दबाव बनाया गया था। इस मामले में राईस और उनसे संबंधित अधिकारियों को बताया गया कि वर्तमान नीति को जारी रखने से भारत और अफगानिस्तान के ही साथ इसके संबंधों पर भी प्रभाव पड़ेगा। मामले में राइस ने इस बात का उल्लेख किया कि पाकिस्तान की धरती से आतंकवाद और आतंकी गतिविधियां रूकने का नाम नहीं ले रही हैं।
इन गतिविधियों में किसी तरह की कमी नहीं आ रही है। ये गतिविधियां ही पाकिस्तान और भारत के संबंधों में खटास ला रही हैं और इनका असर अफगानिस्तान के साथ रिश्तों पर भी पड़ा है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री नवाज शरीफ अमेरिकी राष्ट्रपति बराक ओबामा से व्हाईट हाउस में भेंट करेंगे तो वे आतंकवाद पर चर्चा को अहम मसला बताऐंगे। पाकिस्तान के लिए आतंकवाद का सामना करना और उसे समाप्त करना उसके वैश्विक रिश्तों को मजबूत करने के लिए बेहद जरूरी है। इस दौरान यह भी कहा गया है कि हक्कानी नेटवर्क को समाप्त करने पर भी अमेरिका विचार कर रहा है।