बांग्लादेश में मौजूदा राजनीतिक अस्थिरता ने न सिर्फ उसके पड़ोसी देशों, बल्कि पूरी दुनिया का ध्यान खींचा है। बांग्लादेश की अंतरिम सरकार के नेता मोहम्मद यूनुस द्वारा हाल ही में लिए गए कुछ निर्णयों को लेकर वैश्विक समुदाय में चिंताएं बढ़ गई हैं। भारत, जो बांग्लादेश के साथ करीबी रणनीतिक और सांस्कृतिक संबंध साझा करता है, इस स्थिति पर विशेष ध्यान दे रहा है। इसी संदर्भ में भारतीय प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन से टेलीफोन पर बातचीत की। इस बातचीत का केंद्र बांग्लादेश के वर्तमान हालात और वहां हो रही घटनाओं पर चर्चा करना था।
बांग्लादेश में बढ़ती अस्थिरता और वैश्विक चिंता
बांग्लादेश पिछले कुछ महीनों से राजनीतिक अस्थिरता और सामाजिक उथल-पुथल से जूझ रहा है। विभिन्न विपक्षी दलों और सिविल सोसाइटी के संगठनों ने अंतरिम सरकार के फैसलों की आलोचना की है। उनके अनुसार, सरकार ने लोकतांत्रिक मूल्यों के साथ खिलवाड़ किया है और नागरिक अधिकारों का उल्लंघन किया है। इस अस्थिरता ने अंतरराष्ट्रीय समुदाय को भी चिंतित किया है, खासकर उन देशों को जो बांग्लादेश के साथ मजबूत आर्थिक और राजनीतिक संबंध रखते हैं, जैसे भारत और अमेरिका।
मोदी-बाइडन बातचीत: बांग्लादेश पर विशेष ध्यान
पिछले हफ्ते, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडन के बीच टेलीफोन पर चर्चा हुई, जिसमें दोनों नेताओं ने बांग्लादेश की स्थिति पर गहन चर्चा की। व्हाइट हाउस के राष्ट्रीय सुरक्षा संचार सलाहकार जॉन किर्बी ने बुधवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि यह बातचीत वैश्विक सुरक्षा और लोकतांत्रिक मूल्यों की रक्षा की दिशा में महत्वपूर्ण थी। दोनों नेताओं ने बांग्लादेश में लोगों की सुरक्षा और लोकतांत्रिक संस्थाओं पर हो रहे हमलों पर गहरी चिंता व्यक्त की।
इस बातचीत के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने विशेष रूप से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों, खासकर हिंदू समुदाय की सुरक्षा सुनिश्चित करने पर जोर दिया। पिछले कुछ समय से बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों पर हो रहे हमलों की खबरें सामने आ रही हैं, जो न केवल क्षेत्रीय शांति के लिए खतरा हैं, बल्कि मानवाधिकारों के लिए भी गंभीर चुनौती प्रस्तुत करती हैं। मोदी ने इस मुद्दे पर बाइडन से चर्चा करते हुए आग्रह किया कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों की सुरक्षा की गारंटी दी जाए और उन्हें किसी भी प्रकार के उत्पीड़न से बचाया जाए।
अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर बांग्लादेश की स्थिति पर नजर
बांग्लादेश की राजनीतिक अस्थिरता के बीच भारत और अमेरिका जैसी महाशक्तियों की कूटनीतिक सक्रियता यह दर्शाती है कि यह मुद्दा केवल क्षेत्रीय नहीं, बल्कि वैश्विक महत्व रखता है। बांग्लादेश दक्षिण एशिया में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, और उसकी स्थिरता पूरे क्षेत्र की शांति और सुरक्षा के लिए अहम है। इसके साथ ही, बांग्लादेश में होने वाले बदलावों का प्रभाव अंतरराष्ट्रीय व्यापार और कूटनीति पर भी पड़ सकता है।
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