अहमदाबाद : इन दिनों गुजरात का राजनीतिक परिदृश्य हार्दिक पटेल के गिर्द - गिर्द घूम रहा है। पुलिस द्वारा हार्दिक को पकड़ लिया गया और उनपर तरह - तरह के आरोप लगाए गए। इस दौरान यह भी कहा गया कि भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच खेले गए एक दिवसीय मैच में हार्दिक और उनके समर्थकों ने अशांति लाने का प्रयास किया। यही नहीं उन पर प्रदर्शन के दौरान तिरंगे के अपमान का आरोप भी लगाया गया। मगर अब यह बात भी सामने आ रही है कि पुलिस ने हार्दिक और उनके समर्थकों के बीच फोन पर हुए ट्रांसक्रिप्शन की बात कही।
जिसमें उन्होंने कहा कि हार्दिक ने सड़कों पर सोड़े की बातलें फोड़ने और प्रदर्शन स्थल पर खड़े ट्रक के टायरों को जलाने की बात कही थी। इससे यह मामला गंभीर हो गया है। मिली जानकारी के अनुसार पाटीदार अनामत आंदोलन समिति के संयोजक हार्दिक पटेल और अन्य साथियों को स्टेडियम में प्रवेश करने से रोका गया और इसी दौरान प्रदर्शनकारियों को पकड़ लिया गया।
हार्दिक पटेल ने पाटीदार और पटेल समुदाय को शासकीय सेवाओं और शिक्षण संस्थानों में प्रवेश के लिए आरक्षण दिए जाने की मांग की थी। जिसे लेकर पाटीदारों ने विरोध प्रदर्शन किया। प्रदर्शन के दौरान हार्दिक पटेल ने प्रदर्शनकारियों के साथ मिलकर पुलिसवालों की हत्या करने की धमकी तक दी थी। पुलिस का कहना है कि उन्हें इस मामले में उनके पास फोन की ट्रांसक्रिप्शन है और उनके पास उनके भाषणों की रिकाॅर्डिंग्स भी है।