सपा उत्तरप्रदेश में अपने अस्तित्व की रक्षा के लिए लगातार सामाजिक मुद्दे उठा रही है. ताकि जनता को आने वाले चुनावों में साधा जा सके. वही दूसरी ओर सरकारी बंगला खाली कराने को लेकर एक बार फिर समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव का दर्द फिर छलक गया. अखिलेश ने इसे लेकर भाजपा सरकार पर तंज भी कसा. यह बंगले वर्ष 2018 में सुप्रीम कोर्ट के निर्देश के बाद खाली कराये गए थे.
दिल्ली विधानसभा चुनावों के ऐलान के बाद केजरीवाल ने किया ट्वीट, लिखा- इस मुद्दे पर लड़ेंगे चुनाव
मीडिया रिपोर्ट के अनुसार सोमवार को सपा मुख्यालय में प्रेस कांफ्रेंस के दौरान अखिलेश यादव ने कहा कि वैसे भी हम कुछ दिन पहले घर से निकाले गए थे. हम और नेता जी (मुलायम सिंह यादव) दोनों निकाल दिए गए थे. किराये पर रह रहे थे, बाद में सिक्योरिटी भी हट गई, गाड़ी एंबेसडर दे दी। खाना बनाने वाले भी हटा दिए. अरे, सरकार का इतना छोटा दिल है, मुझे नहीं पता था.
'केजरीवाल जी आपके 15 लाख CCTV कैमरे कहाँ हैं? जनता ढूंढ रही है' - अमित शाह
योगी सरकार ने अखिलेश यादव के भाजपा सरकार पर तंज कसने के बाद भी पलटवार किया. सरकार ने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री मुलायम सिंह यादव व अखिलेश यादव की सुरक्षा में लगे कर्मियों के लिए पांच-पांच वाहन संबद्ध हैं. इनमें दो-दो इसुजू व तीन-तीन एंबेसडर वाहन शामिल हैं. यह वाहन शुरू से चल रहे हैं. इसमें कोई बदलाव नहीं किया गया है. वहीं, बंगला खाली कराने के मामले में सरकार ने कहा कि सुप्रीम कोर्ट के आदेश के तहत मुलायम सिंह ने तीन जून 2018 व अखिलेश यादव ने आठ जून 2018 को खाली कर दिया था. चूंकि दोनों ही राज्य विधानमंडल के सदस्य नहीं हैं, इसलिए उन्हें राज्य संपत्ति विभाग के आवास उपलब्ध नहीं कराए जा सकते हैं. साथ ही पूर्व मुख्यमंत्रियों को राज्य संपत्ति विभाग की ओर से स्टाफ दिए जाने की कोई व्यवस्था नहीं है.
आग के बाद ऑस्ट्रेलिया पर 'ब्लैक' चक्रवात का संकट, अलर्ट हुआ जारी
अमेरिका-ईरान में गहराते तनाव के बीच पीएम मोदी ने डोनाल्ड ट्रम्प को किया फ़ोन, इन मुद्दों पर हुई चर्चा
भाजपा सांसद गौतम गंभीर का दावा, कहा - भाजपा के सत्ता में आने से दिल्ली को मिलेगी बेहतर सरकार