ढाई घंटे में कलेक्टर से दिग्गज नेता बने अजित जोगी का आज जन्मदिन
ढाई घंटे में कलेक्टर से दिग्गज नेता बने अजित जोगी का आज जन्मदिन
Share:

आज दिग्गज नेता और पूर्व कलेक्टर अजीत जोगी का जन्म दिन है. अजित जोगी का जन्म अविभाजित मध्यप्रदेश में 29 अप्रैल, 1946 को विलासपुर के पेंड्रा में हुआ. भोपाल से मैकेनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई करने के बाद अजीत जोगी ने साल 1968 में आईपीएस बने और दो साल बाद आईएएस बने. जोगी लगातार चौदह साल तक जिलाधीश बने रहे, जो अपने आपमें एक रिकार्ड है. अजीत जोगी जब इंदौर में थे, उस समय मध्यप्रदेश में कांग्रेस की सरकार थी और अर्जुन सिंह मुख्यमंत्री थे. जोगी का आईएएस की नौकरी छोड़कर राजनीति में आने का किस्सा भी बड़ा अजीब है। जोगी ढाई घंटे के अंदर कलेक्टर से नेता बन गये थे. जोगी तब इंदौर के कलेक्टर थे तब एकदिन ग्रामीण इलाके में दौरे के लिए गये थे. रात को जब घर लौटे तो उनकी पत्नी रेणु ने बताया कि प्रधानमंत्री कार्यालय से फोन आया था, पीएम राजीव गांधी बात करना चाह रहे थे.

जोगी ने सोचा कि भला एक पीएम एक कलेक्टर को क्यों फोन करने लगे. इसके बाद रात लगभग 9:30 बजे उन्होंने पीएम ऑफिस के नंबर पर फोन किया. राजीव गांधी के तत्कालीन पीए वी जॉर्ज ने फोन उठाया और कहा, 'कमाल करते हो यार, देश का प्रधानमंत्री तुमसे बात करना चाह रहा है और तुम गांव में घूम रहे हो.' इसके बाद उन्होंने कहा कि पीएम सुबह से उनसे संपर्क करने की कोशिश कर रहे हैं. वे चाहते हैं कि वे तुरंत कलेक्टर पद से इस्तीफा दें. अचानक इस्तीफे की बात सुनकर जोगी चौंक गए और कहा कि वे डेपुटेशन पर पीएम ऑफिस ज्वाइन कर सकते हैं. इसमें रिजाइन देने की क्या जरुरत है. इस पर जॉर्ज ने कहा कि पीएम चाहते हैं कि वे राज्यसभा के लिए मध्यप्रदेश से नामांकन भरें. उनसे कहा गया कि रात 12 बजे तक दिग्विजय सिंह उन्हें लेने इंदौर पहुंच जाएंगे और इस्तीफे की सारी औपचारिकता सुबह 11 बजे तक पूरी हो जाएगी.


दो बार राज्यसभा के सदस्य रहते हुए अजीत जोगी की कांग्रेस पार्टी में एक बेहतर वक्ता के बतौर पहचान बनी. उन्हें कांग्रेस का राष्ट्रीय प्रवक्ता बना दिया गया. साल 1998 में छत्तीसगढ़ के रायगढ़ से उन्होंने पहली बार लोकसभा चुनाव लड़ा और जीत हासिल की.  जोगी ने अपनी ताकत तब पेश की, जब नवंबर 2000 में छत्तीसगढ़ राज्य के गठन के बाद कांग्रेस के कई दिग्गज नेताओं को पीछे छोड़कर मुख्यमंत्री पद हासिल की. उनकी इच्छाशक्ति अपने आप में एक उदाहरण है. साल 2004 के लोकसभा चुनाव के दौरान वह एक दुर्घटना के शिकार हुए, जिससे उनके कमर के नीचे के हिस्से ने काम करना बंद कर दिया. उनके राजनीतिक विरोधी यह मान बैठे कि अब वे राजनीति में सक्रिय नहीं रहेंगे, लेकिन एक दशक से अधिक बीत चुका है वे अपनी शारीरिक कमजोरी के बावजूद राजनीतिक रूप से ताकतवर बने हुए हैं. उनके पुत्र अमित जोगी बिलासपुर की मरवाही विधानसभा क्षेत्र से विधायक हैं. उनकी मां डॉक्टर रेणु जोगी भी बिलासपुर की ही कोटा विधानसभा से कांग्रेस की विधायक हैं.

कर्नाटक: शाह को फिर याद आई सिद्धारमैया की महँगी घड़ी

कर्नाटक का रण : पोर्न देखते पकड़े गए थे लक्ष्मण सावाड़ी

राहुल संग हादसा: संजय, इंदिरा और राजीव को भी मिली थी अप्राकृतिक मौत

 

रिलेटेड टॉपिक्स
- Sponsored Advert -
मध्य प्रदेश जनसम्पर्क न्यूज़ फीड  

हिंदी न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_News.xml  

इंग्लिश न्यूज़ -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_EngNews.xml

फोटो -  https://mpinfo.org/RSSFeed/RSSFeed_Photo.xml

- Sponsored Advert -